Loading election data...

जमालपुर में मेमू मेंटेनेंस की सुगबुगाहट शुरू, सात बिंदुओं पर एक्शन प्लान का आदेश

रेल इंजन कारखाना जमालपुर में कार्यरत रेल कर्मियों के लिए राहत भरी खबर है. क्योंकि यहां कारखाना में मेमू कोच के पीओएच की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. इसको लेकर जमालपुर के मुख्य कारखाना प्रबंधक सुदर्शन विजय ने 14 सितंबर को उपमुख्य यांत्रिक अभियंता (डीजल) से सात बिंदुओं पर मास्टर प्लान तैयार करने को कहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2020 2:41 AM

जमालपुर : रेल इंजन कारखाना जमालपुर में कार्यरत रेल कर्मियों के लिए राहत भरी खबर है. क्योंकि यहां कारखाना में मेमू कोच के पीओएच की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. इसको लेकर जमालपुर के मुख्य कारखाना प्रबंधक सुदर्शन विजय ने 14 सितंबर को उपमुख्य यांत्रिक अभियंता (डीजल) से सात बिंदुओं पर मास्टर प्लान तैयार करने को कहा है. इतना ही नहीं इसके लिए 15 दिनों की समयावधि भी निर्धारित कर दी गयी है. वहीं इसे लेकर रेलवे बोर्ड ने मार्च में ही जमालपुर को मेमू कोच के पीओएच ट्रायल का आदेश दिया था. जिसे लेकर कारखाना प्रबंधक और मुख्यालय की लापरवाही को प्रभात खबर द्वारा उजागर किया गया था. इस मामले को लेकर प्रभात खबर ने अपने 31 अगस्त 2020 के अंक में पेज संख्या 4 पर ”रेलवे बोर्ड ने मार्च में ही जमालपुर में 10 एमू/मेमू के पीओएच के ट्रायल का दिया था आदेश” शीर्षक से मामले का खुलासा किया था.

11 को पूर्व रेलवे के मुख्य कारखाना अभियंता ने लिखा था पत्र

रेलवे के उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो जमालपुर कारखाना में मेमू कोच के पीओएच के लिए योजना बनायी गयी है. इसको लेकर पिछले 11 सितंबर 2020 को पूर्व रेलवे के चीफ वर्क्स इंजीनियर ने पत्र संख्या एमआरडब्ल्यू/259/पीओएच प्रोग्राम/वॉल. वी लिखा था. इस पत्र के आलोक में जमालपुर के मुख्य कारखाना प्रबंधक ने उपमुख्य यांत्रिक अभियंता (डीजल) को पत्र लिखकर एक्शन प्लान तैयार करने को कहा है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि पूर्व मध्य रेलवे के चीफ वर्क्स इंजीनियर ने पत्राचार कर कहा है कि पूर्व रेलवे के प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर ने जमालपुर में डीजल लोको पीओएच के विकल्प के रूप में मेमू कोच के पीओएच का कार्यभार उपलब्ध कराने की इच्छा जाहिर की है. त्वरित गति से मेमू कोचों के पीओएच के लिए योजना बनायी जाए.

सात बिंदुओं पर एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि जमालपुर कारखाना में मेमू कोच के पीओएच के लिए मुख्य कारखाना प्रबंधक ने सात बिंदुओं पर एक्शन प्लान तैयार करने के लिए उपमुख्य यांत्रिक अभियंता (डीजल) को आदेश दिया है. इसमें मेमू कोच के पीओएच के लिए मूलभूत संसाधन की आवश्यकता, मटेरियल की आवश्यकता, कांट्रैक्ट रिक्वायरमेंट, एमएंडपी रिक्वायरमेंट, प्रशिक्षण की आवश्यकता, कचरापाड़ा विजिट की जरूरत और डीपीएस शॉप के मेन पावर के साथ प्रति माह और प्रतिवर्ष संभावित आउटटर्न जैसे मुद्दे शामिल हैं. पत्र में यह भी कहा गया है कि 15 दिनों के अंदर यह एक्शन प्लान तैयार कर लिया जाये ताकि जल्द से जल्द पूर्व रेलवे मुख्यालय को उसे सौंपा जा सके.

रेलवे बोर्ड ने मार्च में ही दिया था आदेश

जमालपुर. रेलवे बोर्ड ने पिछले मार्च महीने में ही वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए पूरे भारतीय रेल के विभिन्न जोन हेतु रोलिंग स्टॉक के पीओएच प्रोग्राम के अनुमोदन की जानकारी दी थी. इसमें उन्होंने जमालपुर रेल कारखाना को 10 एमू/मेमू के पीओएच का कार्यभार दिया था. परंतु इस मामले में न तो पूर्व रेलवे मुख्यालय कोलकाता और न ही रेल इंजन कारखाना प्रबंधन जमालपुर ने जागरूकता दिखायी. इसके कारण यहां डीजल पीओएच शॉप बंद हो जाने के बाद रेलकर्मियों में उबाल आ गया है. इस मामले को लेकर प्रभात खबर ने अपने 31 अगस्त 2020 के अंक में पेज संख्या 4 पर ”रेलवे बोर्ड ने मार्च में ही जमालपुर में 10 एमू/मेमू के पीओएच के ट्रायल का दिया था आदेश” शीर्षक से मामले का खुलासा किया था. इसके बाद कारखाना प्रबंधन और जोनल मुख्यालय हरकत में आया है और इसका सुखद परिणाम यह निकला है कि जमालपुर रेल इंजन कारखाना में मेमू कोच के रखरखाव के कार्यभार आवंटित किये जाने की संभावना बन गयी है.

posted by ashish jha

Next Article

Exit mobile version