गोपालगंज. उत्तर बिहार के कई जिलों में पिछले दो दिनों से आसमान में बादल दिख रहे थे. जिसकी वजह से धूप को अपनी चमक दिखाने का अवसर नहीं मिल रहा था. सोमवार की सुबह दिन का शुरूआत धूंध व हल्के कोहरे के साथ हुआ. दोपहर बाद अचानक मौसम का मिजाज बदला और बूंदाबांदी तो कही-कही हल्की बारिश भी हुई.
बारिश के कारण किसानों के खेतों में काटे गये धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी. समाचार लिखे जाने तक आसमान में बादल छाये रहे. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के अनुसार सूर्य का बढ़ाव मकर रेखा की ओर है. जैसे-जैसे कर्क रेखा से इसकी दूरी बढ़ेगी और मकर रेखा से नजदीकी.
ठंड का मौसम प्रभावी होता जाएगा. इसका सिलसिला शुरू हो चुका है. तापमान में गिरावट दर्ज की जाने लगी है. अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री न्यूनतम तापमान भी निरंतर 19.8 डिग्री सेल्सियस के इर्दगिर्द दर्ज किया गया. मौसम विज्ञानी के मुताबिक अक्तूबर की अंत तक इसमें और गिरावट रिकार्ड की जाएगी.
उधर,सोमवार की सुबह हल्का कोहरा पड़ने का सिलसिला भी शुरू हो गया है, जिससे ठंड के मौसम की औपचारिक दस्तक का अहसास होने लगा है. देर रात से दोपहर तक चल रही पुरवा हवाएं और दोपहर बाद चल रही पछुआ हवाएं इसमें मदद कर रही हैं. बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही नमी पछुआ हवाओं की गर्मी पाकर कुहासा का निर्माण कर रही हैं.
मौसम विज्ञानी के मुताबिक इस समय पूर्वी उत्तर प्रदेश व उत्तर बिहार में बारिश की कोई वायुमंडलीय परिस्थिति बनती नहीं दिख रही थी. स्थानीय परिस्थितियों की वजह से आसमान में जमें बादलों ने बारिश कराये है. कुछ समय के लिए तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा सकती है.
Posted by Ashish Jha