पटना. पटना समेत पूरे बिहार में कोरोना संक्रमण अब नियंत्रण में आ गया है. जिले में रोजाना औसतन पांच मरीज कोविड पॉजिटिव मिल रहे हैं. लेकिन वर्तमान समय में रहस्यमय बुखार के मामले बढ़ रहे हैं. मरीजों में हो रहा वायरल इन्फेक्शन अब लंबे समय के बाद ठीक हो रहा है.
इन मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण मिल रहे हैं, लेकिन आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट कराने पर 99% मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है. ऐसे में इस कोरोना काल में डॉक्टरों ने वायरल के इलाज का तरीका भी बदला है. एहतियातन वायरल से निबटने के लिए कोरोना में इस्तेमाल की गयी दवाएं भी दी जा रही हैं.
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि मौसमी बीमारी से जुड़े मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. लेकिन इस बार वायरल में नये प्रकार के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. इसको देखते हुए ओपीडी में इलाज का तरीका भी बदला गया है. जिन मरीजों को तीन से पांच दिन से लगातार बुखार आ रहा है, उनका आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट कराया जा रहा है.
साथ ही अब ऐसे मरीजों की डी-डायमर और सीआरपी टेस्ट भी कराया जा रहा है. डब्लयूएचओ के अनुसार कोविड मरीजों के इलाज में जो गाइडलाइन बनायी गयी है, लक्षण वाले मरीजों को वही दवा भी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि माना जा रहा है कि बीते डेढ़ साल में वायरस में काफी म्यूटेशन हुआ है.
शहर के आइजीआइएमएस व पीएमसीएच में पिछले पांच दिन में सात मरीज को भर्ती कराया गया है. इनमें पांच में वायरल इन्फेक्शन की पुष्टि होने के बाद भर्ती हैं, जबकि दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. दोनों कोविड के मरीजों को आइजीआइएमएस के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है.
एक मेडिसिन विभाग के अंतर्गत भर्ती हैं जबकि चार मरीज पीएमसीएच में भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं. वायरल इन्फेक्शन वाले मरीजों में डी-डायमर और सीआरपी बढ़ा मिला. इन मरीजों के लक्षण भी कोरोना की तरह हैं, इन्हें पांच दिन से सर्दी, जुकाम के साथ बुखार हो रहा है.
Posted by Ashish Jha