पटना: मसौढ़ी के पुनपुन प्रखंड की लखना उत्तरी-पश्चिमी पंचायत में मनरेगा द्वारा कब्रिस्तानों और विद्यालयों में मिट्टी भराई में 44 लाख 19 हजार 243 रुपये के घोटाले की जांच शुरू होते ही सरकारी राशि का बंदरबांट करने वालों के बीच खलबली मच गयी. जांच शुरू होते ही घोटाले पर पर्दा डालने के लिए ट्रैक्टर से मिट्टी भराई का कार्य जोर शोर से शुरू कर दिया गया. इधर जब इस मामले के शिकायतकर्ता पुनपुन प्रखंड प्रमुख गुड़िया कुमारी को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना मनरेगा के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी व उपविकास आयुक्त को देते हुए इसके साक्ष्य के रूप में वीडियो भी उपलब्ध कराया.
मिट्टी भराई की सूचना पर दोनों अधिकारियों ने पुनपुन प्रखंड के प्रोग्राम पदाधिकारी को मौके पर जाकर देखने व मिट्टी भराई कर रहे लोगों को चिह्नित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने व ट्रैक्टर को जब्त करने का आदेश दिया. बताया जाता है कि प्रोग्राम पदाधिकारी के पहुंचने की खबर पाकर मिट्टी भराई कर रहे लोग ट्रैक्टर समेत वहां से फरार हो गये. हालांकि तब तक लखना ट्यूबवेल से उतर कब्रिस्तान में करीब 20 से 25 ट्रैक्टर मिट्टी की भराई कर दी गयी थी.
पुनपुन प्रखंड के लखना उतरी पश्चिमी पंचायत के लखना हाइस्कूल के पास कब्रिस्तान, लखना ट्यूबवेल से उत्तर में कब्रिस्तान, ग्राम लखना के पासवान टोला के पास कब्रिस्तान में मिट्टी भराई के अलावा लखना स्कूल के फील्ड व बिरजू बीगहा मध्य विद्यालय में मिट्टी भराई के साथ बिरजू बिगहा उप स्वास्थ्य केंद्र में मिट्टी भराई का कार्य के नाम पर बिना कार्य किये ही 44 लाख 19 हजार 243 रुपये का घोटाले का उजागर बीते चार दिन पूर्व प्रखंड प्रमुख गुड़िया कुमारी द्वारा किया गया था. इसकी खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित की गयी थी. खबर प्रकाशित होने के बाद इसकी जांच जिला प्रोग्राम पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने बीते शनिवार को की थी. इधर जांच शुरू होने के बाद इन योजनाओं में लाखों रुपये का बंदरबांट करने वालों के बीच खलबली मच गयी और रविवार सुबह से बचाव व घोटाले पर पर्दा डालने की नीयत से मिट्टी भराई का कार्य शुरू कर दिया.
मनरेगा में घोटाले का उजागर होने के बाद उन लोगों के बीच बेचैनी बढ़ गयी है, जिनकी इसमें संलिप्ता है. बताया जाता है कि इससे बचने व घोटाले पर पर्दा कैसे डाला जाये, इसकी योजना दो तीन दिनों से तैयार की जा रही थी. इसके तहत इस मामले में लीपा-पोती करने के उद्देश्य से ही मिट्टी भराई का कार्य शुरू किया गया था, ताकि जांच में इसे दिखा मामले का रफा-दफा किया जा सके. इधर मिट्टी भराई शुरू करने के पहले मौके पर दर्जनों लोग इकट्ठा हो गये थे. उनके इकट्ठा होने के पीछे का उद्देश्य था कि मौके पर कोई भी आये तो उससे निबटाया जा सके, चाहे न कोई पत्रकार ही नहीं हो. हालांकि इसकी भनक सब को हो गयी थी और वे एहतियातन वहां जाने से परहेज करते हुए इसकी सूचना उपविकास आयुक्त व जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को दे दी.
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इस मामले पर उपविकास आयुक्त रिची पांडेय ने बताया कि मिट्टी भराई करने की सूचना व वीडियो हमें भी मिला है. हमने प्रोग्राम पदाधिकारी को मिट्टी भराई करने वालों को चिह्नित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले की पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की जा रही है और जो भी जिम्मेदार होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. सरकारी राशि के गबन करने वालों से राशि भी वसूल की जायेगी. इधर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने बताया कि शनिवार को स्थल पर जांच करते हुए उसकी तस्वीर ले ली गयी है. आगे जो भी कुछ जिसे करना है कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.