Loading election data...

मिड डे मील: जहानाबाद के स्कूल में बच्चियों ने बनवाया जाता है मिड डे मील का खाना

मिड डे मील में गड़बड़ी की खबरे बिहार के लगभग सभी जिलों से अक्सर आती रहती हैं. मगर जहानाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां स्कूल के शिक्षक पढ़ने आने वाली बच्चियों से मिड डे मील का खाना बनवाते हैं. स्कूल में बच्चियों के खाना बनाने का वीडियो वायरल हो रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2022 5:56 PM

बिहार के जहानाबाद से मिड डे मील से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां स्कूल के शिक्षक पढ़ने आने वाली बच्चियों से ही मिड डे मील का खाना बनवाते हैं. सरकार की जिस योजना का मकसद बच्चों को शिक्षा के साथ पोषक आहार देना है, उसी योजना के तहत छोटे बच्चों से स्कूल के शिक्षक खाने बनवाने का काम कर रहे हैं. गौरतलब है कि सरकार के द्वारा देश में मिड डे मील योजना की शुरू का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और अधिक से अधिक बच्चों को स्कूलों से जोड़ना है. मगर स्कूलों में मिड डे मील योजना का बूरा हाल है. स्कूल में बच्चो को सबसे घटिया खाना दिया जाता है. ऐसे में स्कूल में चलने वाली इस योजना पर भी सवाल उठने लगे हैं.

पढ़ने के बजाए बच्चे कर रहे हैं काम

वायरल वीडियो मखदुमपुर प्रखंड क्षेत्र में सेरथुआ मध्य विद्यालय है. यहां छात्राओं से मिड डे मील बनवाया जाता है. स्कूली छात्राओं से मध्याह्न भोजन तैयार करवाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि स्कूल में छोटी-छोटी बच्चियां सब्जी काट रही है. वहीं पास बैठी बच्ची चावल से कंकड़ साफ कर रही है. बच्चों ने बताया कि शिक्षक रोज उनसे ही खाना बनाते हैं. बच्चियों को स्कूल आने के बाद खाना बनाने के काम में लगा दिया जाता है. इस बीच शिक्षकों को भी उन्हें पढ़ाने से आराम मिल जाता है.

पहले भी आ चूके हैं ऐसे मामले

हाल में ही जहानाबाद के धनरूआ प्रखंड के नदपुरा उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बच्चों से चापाकल से पानी भरवाने का वीडियो भी सामने आया था. इस मामले में बताया गया था कि स्कूल में मिड डे मील बनाने के लिए बच्चों से पानी भरवा कर मंगवाया जाता था. स्कूल का चापाकल खराब है. हालांकि अभी ये मामला ठंडा भी नहीं हुआ था. उससे पहले की ये वीडियो सामने आ गया. वीडियो के वायरल होने के बाद स्कूल शिक्षा से जूड़े अधिकारी भी कुछ कहने से बचते नजर आ रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version