सीतामढ़ी में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, संचालक समेत तीन गिरफ्तार, दो कट्टा, कारतूस समेत कई हथियार बरामद
सीतामढ़ी पुलिस की स्पेशल टीम ने सहियारा थाना क्षेत्र के डिहठी गांव में छापेमारी कर अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है. बुधवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर डीइआयू व थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर मिनी गन फैक्ट्री के संचालक मो नसरुल्लाह अंसारी समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
सीतामढ़ी एसपी मनोज कुमार तिवारी की स्पेशल टीम ने सहियारा थाना क्षेत्र के डिहठी गांव में छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है. बुधवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर डीइआयू व सहियारा थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री के संचालक मो नसरुल्लाह अंसारी समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें दो अपराधियों ने बीते 6 जून 2023 को कन्हौली थाने के इटहरवा गांव निवासी स्व सुखन राउत के पुत्र राजन राउत को लूटपाट के दौरान गोली मारकर जख्मी कर दिया है.
लूट व गोलीकांड में थी दो बदमाशों की तलाश
एसपी मनोज कुमार तिवारी ने गुरुवार को बताया कि सूचना मिली थी कि सहियारा थाना क्षेत्र के डिहठी गांव में मो नसरुल्लाह अंसारी अपने पुत्र ओसामा अंसारी के सहयोग से घर पर अवैध आर्म्स का निर्माण एवं खरीद-बिक्री करता है. इसी दौरान सूचना मिली कि कुछ अपराधी लूट व डकैती को अंजाम देने के लिए नसरुल्लाह से आर्म्स खरीदने वाले हैं. योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने छापेमारी कर स्व अब्दुल मन्नान अंसारी के पुत्र मो नसरुल्लाह अंसारी, मेजरगंज थाने के डंगराहा निवासी स्व उदय सिंह के पुत्र अनिश कुमार व डुमरी कला गांव निवासी हरि सिंह के पुत्र रौशन कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि वहां मौजूद तीन-चार व्यक्ति भागने कामयाब हो गये. रौशन व अनिश की तलाशी में दो देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस एवं एक मोबाइल बरामद किया गया.
नसरुल्लाह के घर से बरामद सामान
नसरुल्लाह के घर की तलाशी में काले रंग की हीरो ग्लैमर बाइक, पीला रंग का बट्ट लगी देसी बंदूक, पांच जिंदा कारतूस, एक मिस फायर कारतूस, खोखा, पीला रंग की वेल्डिंग मशीन, दो पीस पुरानी ग्रेडिंग मशीन, ड्रिल मशीन, लोहे की भाथी, दो पीस लोहे का सरसी, लोहे की हथौड़ी, छोटा पिलास, दो पीस लोहे का छोटा बड़ा पाइप, पेचकस, दो पीस छोटा बड़ा छेनी, बटाम, रेती, आठ पीस लोहे की सुम्मी मोटा पतला, गुणा काटने वाली मशीन, दो मोबाइल फोन बरामद किया गया है.
पांच हजार रुपये में बेचता था एक देसी कट्टा
पूछताछ के दौरान नसरुल्लाह ने पुलिस को बताया कि पिछले एक साल से वह अवैध आर्म्स निर्माण एवं खरीद-बिक्री का धंधा कर रहा था. एक देसी कट्टा पांच हजार रुपये में बेचता था. इस काम में उसका पुत्र मो ओसामा अंसारी एवं रॉकी पासवान भी शामिल हैं. उधर, गिरफ्तार रौशन ने पूछताछ में छह जून को 4.30 बजे सुबह में मोबाइल लूटपाट के प्रयास में बाइक सवार राजन राउत को गोली मारने की घटना में संलिप्तता को स्वीकार किया है. इस कांड में अनिश की भी संलिप्तता पायी गयी है. आर्म्स बरामदगी मामले में पुलिस ने सहियारा थाने में आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है. गिरफ्तार तीनों अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
भागलपुर में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा
बीते दिनों भागलपुर के लोदीपुर थाना क्षेत्र के उस्तु गांव में चल रहे मिनी गन फैक्ट्री का भी पुलिस ने खुलासा किया था. मामले में दो लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही भारी मात्रा में निर्मित और अर्द्धनिर्मित हथियार, कारतूस सहित हथियार बनाने की मशीन व औजार भी बरामद किए गए थे. पुलिस ने इस मामले में उस्तु गांव के मो अंजारुल और मो सलमान उर्फ सलमी को गिरफ्तार किया. जांच करने पर पाया गया कि गिरफ्तार मो सलमान उर्फ सलमी 2020 में लोदीपुर थाना के विस्फोटक अधिनियम व हत्या के प्रयास मामले में जेल जा चका है. वहीं, मो अंजारुल व सलमान का जिले व दूसरे जिलों में दर्ज आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है.
लखीसराय में मिनी गन फैक्ट्री में हथियार बनाते पांच गिरफ्तार
वहीं बीते सप्ताह लखीसराय के मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के सलारपुर श्मशान घाट के पास एसटीएफ एसओजी थ्री की सूचना पर एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ, एसएसबी व जिला पुलिस ने छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया था. इस दौरान पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार कर आधा दर्जन अर्द्धनिर्मित पिस्टल सहित उपकरण बरामद किया था.
बढ़ रहा अवैध हथियार बनाने का कारोबार
बिहार में मिनी गन फैक्ट्री में अवैध हथियार बनाने और उसे बेचने का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. इन फैक्ट्रियों में बने हथियार सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि बाहरी राज्य में हो रहे अपराधों में भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इन बातों का खुलासा उस वक्त हुआ जब पुलिस या एसटीएफ द्वारा गिरफ़्तारी के बाद पूछताछ में अपराधियों ने बताया. हथियार बनाने का यह धंधा राज्य के कई जिलों में गांवों से लेकर शहरों तक फैला हुआ है.