बिहार: भागलपुर को सेफ जोन मानकर घर में बना रहे हथियार? एक और मिनी गन फैक्ट्री का हुआ खुलासा…
बिहार के भागलपुर में एक और मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है. पुलिस जिला नवगछिया के गोपालपुर अंतर्गत करचीरा में हथियार बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया गया. भागलपुर में पूर्व में भी मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेन हो चुका है. जानिए कब कहां हुआ खुलासा..
EXPLAINER: बिहार में मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) का खुलासा लगातार हो रहा है. भागलपुर में एक के बाद एक करके कई ऐसे खुलासे बीते महीनों में हो चुके हैं. नवगछिया के गोपालपुर अंतर्गत करचीरा में पुलिस ने पिछले दिनों मिनी गन फैक्ट्री का उदभेदन किया. अवैध हथियारों के साथ ही इसे तैयार करने वाली मशीन भी बरामद की गयी. वहीं अब ये सवाल सामने आ रहा है कि आखिर भागलपुर में बिना डर के किस तरह मिनी गन फैक्ट्री चलाने की जुर्रत की जा रही है. क्या हथियार बनाने के लिए ये लोग भागलपुर को सेफ जोन समझते हैं?
नवगछिया के गोपालपुर में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा
गोपालपुर थाना की पुलिस ने करचीरा में मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेन किया गया. इसको लेकर एसडीपीओ कार्यायल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस करके जानकारी देते हुए बताया कि 26 अगस्त को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि हाल ही में आर्म्स तस्करी के कांड में जेल से जमानत पर आये अभियुक्त करचीरा के मुकेश ठाकुर ने पुनः अपने घर में हथियार बनाने का धंधा शुरू कर दिया है. सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्यवाही में एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम के द्वारा छापेमारी की गई तो मुकेश ठाकुर को अवैध हथियार बनाते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
बरामद सामग्री..
पुलिस ने मौके पर से भारी मात्रा में हथियार बनाने का उपकरण भी बरामद किया गया. देशी कट्टा – 01 पीस, अर्द्धनिर्मित देशी कट्टा का बट – 10 पीस, एक बैरल बड़ा, बैरल अर्द्धनिर्मित ( मध्यम ) – 02 पीस, ट्रिगर गार्ड-08 पीस, बैरल अर्द्धनिर्मित (छोटा) – 8 पीस, एक मिस फायर गोली, छोटा छेनी-5 पीस, लोहे का छोटा नोकिला टुकड़ा (खासा ), इलेक्ट्रीक ग्रेन्डर-2 पीस, हथौड़ा -2 पीस, सरसी-2 पीस, लोहा का लिहार- 1 पीस, ग्रेन्डर मशीन का ब्रश-5 पीस बरामद किया गया.
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लोदीपुर में मिनी गन फैक्ट्री का हुआ खुलासा
भागलपुर में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ पहले भी हो चुका है. जुलाई महीने में इसी साल लोदीपुर में भारी मात्रा में निर्मित-अर्धनिर्मित हथियार, कारतूस व उपकरण बरामद किए गए थे. थाना क्षेत्र के उस्तु गांव में चल रहे मिनी गन फैक्ट्री का पुलिस ने उद्भेदन किया था. वहीं, मामले में दो लोगों को गिरफ्तारी की गयी थी. इस मामले के खुलासे के बाद जांच करने पर पाया गया था कि गिरफ्तार मो सलमान उर्फ सलमी वर्ष 2020 में लोदीपुर में थाना से विस्फोटक अधिनियम व हत्या के प्रयास मामले में जेल जा चुका था.
कहलगांव में मिनी गन फैक्ट्री
जनवरी 2023 में जिले के कहलगांव में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था. पटना से एसटीएफ की टीम भागलपुर पहुंची थी और जिला पुलिस की मदद से एक घर में छापेमारी करके इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया था. शहर से सटे गंगा पंप नहर योजना-टू के पास अवैध तरीके से मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी. गृहस्वाम समेत चार आरोपित गिरफ्तार किये गए थे. मौके पर से अर्धनिर्मित पिस्टल समेत भारी मात्रा में हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया गया था. करकट के मकान में अवैध तरीके से ये काम चल रहा था. इसकी भनक भी एसटीएफ को लगी और पटना की टीम पहुंची थी. मौके पर से जिसकी गिरफ्तारी की गयी उनमें मुंगेर के भी निवासी थे. मिराज और बिट्टु हथियार बनाने में एक्सपर्ट थे. दोनों मुंगेर के थे. ये पुलिस की सरकारी पिस्तौल की हूबहू कॉपी तैयार कर देते थे. सरगना ने इन्हें स्पेशल ट्रेनिंग देकर भेजा था. कच्चा माल ये मुंगेर से लाते थे और पिस्तौल तैयार करके उसे बाहर सप्लाई करते थे.
नाथनगर में मिनी गन फैक्ट्री
दिसंबर 2022 में भागलपुर के नाथनगर में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था. नाथनगर स्टेशन के पास अचानक पटना से आयी एसटीएफ की टीम ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया था. करीब एक दर्जन से अधिक हथियार बरामद किए गए थे. वहीं दोनों तस्करों की निशानदेही पर दबिश डाली तो हैरान करने वाले खुलासे हुए थे. नाथनगर के बड़ी मस्जिद के पास चंपानगर मोहल्ला के हसन लेन में एक घर से छापामारी करके मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया था. एसटीएफ ने घर के नाले से भी हथियार बनाने के कई उपकरण बरामद किए थे. जिस मकान में छापेमारी की गयी वहां दो साल से मिनी गन फैक्ट्री चल रहा था.
इस्माइलपुर में मिनी गन फैक्ट्री
नवगछिया में इसी साल जून में भी मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था. इस्माइलपुर में ये मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी. पुलिस ने छापेमारी की तो मौके पर से कई हथियार, अर्धनिर्मित असलहे और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए थे. हेडक्वार्टर डीएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि लक्ष्मीपुर का अनिल यादव अपने भांजे दिलखुश यादव के साथ अपने घर में ही हथियार बनाता था और खरीद-बिक्री करता था.
नवगछिया में बासा पर चल रही थी मिनी गन फैक्ट्री
नवगछिया के ही गोपालपुर थाना क्षेत्र के कुख्यात आर्म्स तस्कर सुमन चौधरी की गिरफ्तारी मार्च महीने में इसी साल की गयी थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि वो हथियार की खरीद बिक्री के लिए तेतरी दुर्गास्थान की तरह आ रहा है. जब पुलिस की टीम ने उसे दबोचा तो उसके पास से पिस्टल व कारतूस वगैरह मिले थे. पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर बड़ी मकंदपुर में एक घर में छापेमारी की गयी थी और हथियार के साथ बदमाश पकड़ाए थे. खरीद-बिक्री करने वाले व्यक्ति को भी पकड़ा गया था. वहीं रंगरा में कारे लाल मंडल के बासा पर छापेमारी की गयी तो मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था. भारी मात्रा में अर्धनिर्मित पिस्टल सेट, गोली व उपकरण बरामद किए गए थे.