गया में मिनी पितृपक्ष के नौवें दिन पंजाब, हरियाणा समेत इन राज्यों के 10 हजार से अधिक लोगों ने किया पिंडदान
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व गुजरात सहित कई अन्य राज्यों से यहां आये श्रद्धालुओं ने फल्गु नदी, देवघाट व विष्णुपद सहित शहर की अन्य वेदियों पर पिंडदान का कर्मकांड पूरा किया.
इस समय मिनी पितृपक्ष का दौर चल रहा है. बीते 20 दिसंबर से मिनी पितृपक्ष शुरू है. मिनी पितृपक्ष के नौवें दिन मंगलवार तक 10 हजार से अधिक श्रद्धालुों ने अपने पितरों की आत्मा की शांति व मोक्ष के निमित्त पिंडदान, श्राद्धकर्म व तर्पण का कर्मकांड अपने कुल पंडा के निर्देशन में संपन्न किया.
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व गुजरात सहित कई अन्य राज्यों से यहां आये श्रद्धालुओं ने फल्गु नदी, देवघाट व विष्णुपद सहित शहर की अन्य वेदियों पर पिंडदान का कर्मकांड पूरा किया. इन जगहों पर पिंडदान कर रहे श्रद्धालु व पिंडदान का कर्मकांड करा रहे ब्राह्मणों द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी.
बिना मास्क लगाये व सामाजिक दूरी को नजर अंदाज कर पिंडदान का कर्मकांड करते रहे. गौरतलब है कि शहर में कोरोना के मामलों में तेजी आयी है. बावजूद लोगों की लापरवाही कम नहीं हुई है. खुद के साथ-साथ दूसरों को भी इस संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन अब करने की बहुत जरूरत है.
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इटली व जर्मनी के लाइटों से सजायी जाएगी विश्व धरोहर
विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर को अत्याधुनिक व बहुरंगी लाइटों से चकाचौंध होने में अंतरराष्ट्रीय विमानों के परिचालन फिलहाल बाधक बना हुआ है. मंदिर परिसर में लगायी गयीं इटली व जर्मनी की लाइटों का ट्रायल हो चुका है और इसे पूरी तरह से चालू करने से पहले थाईलैंड के तकनीशियन फाइनल टच देंगे.
इसके बाद मंदिर परिसर को अत्याधुनिक व बहुरंगी लाइटों से सराबोर कर दिया जायेगा. गया के डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि लाइटों को अंतिम रूप से ट्रायल कर चालू करने के लिए थाइलैंड के एक्सपर्ट को आना है, पर विमानों के गया से आवाजाही नहीं होने के कारण इसमें देर हो रही है.