बिहार में अवैध बालू खनन और ढुलाई सहित ऐसी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए 90 खान निरीक्षकों को भी सोमवार से हथियारों सहित आधुनिक उपकरणों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. शुरुआती दौर में करीब दो हफ्ते तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में पुलिस के पास मौजूद सभी हथियार, मोटरबोट आदि शामिल होंगे. इसके लिए फिलहाल बिपार्ड सहित मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के प्रशिक्षण स्थल का चयन किया गया है. इसमें पटना में पालीगंज और कुम्हरार सहित मुजफ्फरपुर का प्रशिक्षण स्थल शामिल है. पिछले दिनों बिहटा में खान निरीक्षकों पर खनन माफियाओं के हमले के बाद यह निर्णय खान एवं भूतत्व विभाग की तरफ से लिया गया है.
इसके साथ ही बिहटा में कार्रवाई के दौरान खनन माफियाओं के हमले में घायल खान निरीक्षकों को उनकी कर्तव्यनिष्ठा के लिए 28 मई को एक समारोह में सम्मानित किया जायेगा. पिछले दिनों बिहटा की घटना के बाद मुख्य सचिव के निर्देश पर राज्य के छह जिलों में प्रमुखता से खनन माफियाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. इसके लिए पटना सहित भोजपुर, सारण, रोहतास, कैमूर और वैशाली जिला में एक-एक कंपनी अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की गयी है. इस कार्रवाई में पकड़े जाने वालों पर एफआइआर और उसके बाद न्यायालय की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से करने का निर्देश दिया गया है.
खान एवं भूतत्व विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने बताया कि विभाग की अपनी खनन पुलिस होगी. इसके तहत 25 सब इंस्पेक्टर और 250 कांस्टेबल की बहाली की जायेगी. इसे लेकर बहुत जल्द मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक होगी. इसमें राज्य के डीजीपी और वे स्वयं शामिल होंगी. इस बैठक में खनन पुलिस के स्वरूप सहित अन्य मुद्दों का जिक्र होगा. इससे संबंधित एक प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चुका है.
Also Read: बिहार: फर्जी तरीके से लिए गये लाखों मोबाइल नंबर बंद, 18 सिम कार्ड लेने के लिए व्यक्ति ने बनाई अपनी फर्जी पहचान
खान एवं भूतत्व विभाग का बालू से मिलने वाले राजस्व में पिछले साल की तुलना में 2022-23 में करीब 54 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इस साल यह 1384.46 करोड़ रुपये रहा जबकि 2021-22 में यह 745.44 करोड़ रुपये था.