पटना. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लाख प्रयास के बावजूद बिहार के सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है. स्वास्थ्य मंत्री के 60 दिनों के अल्टीमेटम के बाद भी अस्पतालों से चौकानेवाली सूचनाएं आ रही हैं. बिहार के सरकारी अस्पताल में महिलाओं की आबरू भी सुरक्षित नहीं है. वैशाली सदर अस्पताल में सुरक्षागार्ड ने महिला मरीज से दुराचार किया तो अब राजधानी पटना के बड़े अस्पताल आईजीआईएमएस में 17 साल की एक किशोरी के साथ दुराचार के प्रयास की खबर आ रही है.
किशोरी अपनी सहेली की मां की जांच रिपोर्ट लेने हॉस्पिटल पहुंची थी, इसी दौरान अस्पताल के कंप्यूटर ऑपरेटर ने कार्यालय का दरवाजा बंद कर उसके साथ दुराचार का प्रयास किया. किशोरी के बयान पर शास्त्रीनगर थाने में पुलिस ने कंप्यूटर ऑपरेटर अतुल कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल आरोपित फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मूल रूप से मुंगेर की रहनेवाली है पीड़िता पटना के मीठापुर में किराए के मकान में रह कर पढ़ाई कर रही है. पिछले कई महीनों से उसकी सहेली की मां का इलाज आईजीआईएमएस में चल रहा है. इसी सिलसिले में 7 नवंबर की दोपहर दो बजे के करीब वो सहेली के साथ जांच रिपोर्ट लेने आयी थी. किशोरी जब अंदर गई तो कंप्यूटर ऑपरेटर ने उसकी सहेली और दूसरे कर्मियों को रिपोर्ट लाने कहीं और भेज दिया.
इसके बाद आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर ने कमरे का दरवाजा भी बंद कर दिया. दरबाजा बंद करने के बाद उससे दुराचार करने की कोशिश करने लगा, लेकिन इसी दौरान उसकी सहेली वापस लौट आयी और दरबाजा बंद देख उसे शक हुआ. उसने जब जबरन दरवाजा खुलवाया, तो पूरा मामला सामने आया. इसके बाद अस्पताल में भारी हंगामा भी मचा. इसी का फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गया. किशोरी ने शास्त्रीनगर थाने में इसकी शिकायत की. पुलिस द्वारा इस मामले में यौन उत्पीड़न समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.