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मुजफ्फरपुर के तीन प्रखंडों में शातिरों ने करा दी फर्जी शिक्षक बहाली, लोगों से ठग लिए 30 लाख रुपये

मुजफ्फरपुर में मोतिहारी के रहने वाले एक फ्रॉड ने एक एनजीओ के तहत जिले के तीन प्रखंडों में शिक्षक व सुपरवाइजर की बहाली कर 30 लाख से अधिक का फ्रॉड करके फरार हो गया है. अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2022 6:27 AM

मुजफ्फरपुर: मोतिहारी के रहने वाले एक फ्रॉड ने एक एनजीओ के तहत जिले के तीन प्रखंडों में शिक्षक व सुपरवाइजर की बहाली कर 30 लाख से अधिक का फ्रॉड करके फरार हो गया है. बोचहां के सरबर्दी पुर में फ्रॉड ने अपने एनजीओ के नाम पर एक ऑफिस भी खोला था, इसमें पिछले कई माह से ताला लटका हुआ है.

इन प्रखंडों में हुई फर्जी शिक्षक बहाली

जिन प्रखंड के लोगों से फ्रॉड हुआ है उसमें कटरा, गायघाट व मुसहरी शामिल है. बनारस बैंक चौक पर शनिवार को एनजीओ से शिक्षकों को जोड़ने वाले एक सुपरवाइजर गायघाट थाना क्षेत्र के गौस नगर निवासी सुभाष कुमार को ठगी के शिकार लोगों ने घेर लिया. उसके साथ मारपीट की. इस बीच नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर सुभाष को बचाकर थाने ले आयी. देर शाम तक उससे पूछताछ जारी है.

ऐसे करते थे ठगी

नगर थाने पर पूछताछ के दौरान सुभाष ने पुलिस को बताया कि वह भी ठगी का शिकार हुआ है. लेकिन, लोग उससे ही पैसा मांग रहे हैं. उसने पुलिस को बताया कि मोतिहारी जिले के रहने वाले पिंटू कुमार ने पिछले साल बोचहां के सरबर्दीपुर में एक एनजीओ का दफ्तर खोला. पिंटू पहले फाइनेंस कंपनी से जुड़ा हुआ था, इस वजह से पूर्व का परिचित होने के कारण उसको एनजीओ का सुपरवाइजर के तौर पर जुड़ने को बोला, इसके एवज में दो हजार रुपये रजिस्ट्रेशन चार्ज लिया. पिंटू ने कहा कि उसको छह हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा.

उसका काम प्रखंड के सभी वार्ड में एक महिला शिक्षक की पोस्टिंग करना. उनसे भी एनजीओ से जोड़ने के लिए दो हजार रुपये रजिस्ट्रेशन चार्ज लिया जाएगा. इसके बाद प्रति माह उसको दो हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा. एक वार्ड की महिला शिक्षक 60 बच्चों को पढ़ाएंगे. बच्चों को नामांकन के लिए 150 रुपये का हेल्थ कार्ड बनाना होगा.

इस कार्ड की मदद से अपना और माता – पिता का मुफ्त में इलाज होगा. ऐसा करके वह तीनों प्रखंड के लगभग सभी वार्ड में महिला शिक्षक की पोस्टिंग करके और बच्चों का हेल्थ कार्ड बनाने के नाम पर 30 लाख रुपये उठाकर फरार हो गया. पिंटू ने 35 सुपरवाइजर भी पोस्टिंग की थी. उनको भी छह हजार रुपये प्रति माह देने का वादा किया. लेकिन, पैसा नहीं दिया. सुभाष का कहना है कि लोगों ने जब उस तंग करना शुरू किया तो वह दिल्ली चला गया था. कुछ दिन पहले ही वापस लौटा है. पिंटू अपना मोबाइल स्विच ऑफ करके रखता है.

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