जमुई से लापता अधिवक्ता का मिला शव, बीमारी और आर्थिक तंगी से थे परेशान
पिछले 24 घंटे से लापता अधिवक्ता का शव मिल गया है. सोमवार को अधिवक्ता का शव उनके पैतृक आवास मलयपुर पहुंचते ही देखने वालों की भीड़ जुट गयी. बड़ी संख्या में व्यवहार न्यायालय जमुई के वकील भी पहुंचे.
जमुई. पिछले 24 घंटे से लापता अधिवक्ता का शव मिल गया है. सोमवार को अधिवक्ता का शव उनके पैतृक आवास मलयपुर पहुंचते ही देखने वालों की भीड़ जुट गयी. बड़ी संख्या में व्यवहार न्यायालय जमुई के वकील भी पहुंचे. अधिवक्ता की मौत के बाद जमुई कोर्ट के सारे कार्य आज के लिए स्थगित कर दिए गये हैं. अधिवक्ता कृष्ण मोहन सहाय रविवार की सुबह हर दिन की भांति मॉर्निंग वॉक करने घर से निकले थे. जहां से वो जमुई रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर हथिदह जंक्शन पहुंचे. वहीं उन्होंने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के पीछे आर्थिक तंगी मुख्य कारण बताता जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
28 वर्ष से कर रहे थे वकालत
मिली जानकारी के अनुसार अधिवक्ता कृष्ण मोहन सहाय जिला न्यायालय में 28 वर्ष से वकालत कर रहे थे. पत्नी नविता भी पिछले पांच साल से नोटरी अधिवक्ता के रूप में कार्य कर रही थी. दोनों एक साथ ही कोर्ट आया-जाया करते थे. वो कुछ महीने पहले ही एक्साइज विभाग के स्पेशल पीपी बने थे. एक साल पहले उनके 25 साल के भतीजे की बीमारी से मौत के कारण और वो भी परेशान रहने लगे थे. इलाज में अधिक पैसे खर्च होने की बात पर पत्नी में हमेशा किचकिच होने लगी थी. बताया जाता है कि पिछले दिनों अधिवक्ता को पता चला कि उनके हार्ट में ब्लॉकेज है. डॉक्टरों ने उन्हें वेल्लोर जाकर दिखाने की सलाह दी गई थी. हालांकि इलाज में ज्यादा पैसे खर्च होने की बात कहकर वहीं डॉक्टर से सलाह लेकर दवा चल रही थी.
पैसे को लेकर थे परेशान
बताया जाता है कि अधिवक्ता हार्ट ब्लॉकेज की खबर सुनकर काफी चिंतित और परेशान रहने लगे थे. अधिवक्ता हर दिन पत्नी के साथ मॉर्निंग वॉक के लि घर से निकलते थे, लेकिन रविवार की सुबह जब वह मॉर्निंग वॉक के लिए गये तो पत्नी साथ नहीं थी और वो अपना मोबाइल भी साथ लेकर नहीं गये थे. जिसके बाद से वो लापता हो गये थे. सोमवार को उनका शव बरामद हुआ. पुलिसकर्मी सुदर्शन पांडेय के अनुसार गंगा के पानी में एक शव को लोगों ने देखा. जिसके बाद सूचना पर हमलोग पहुंच गये. पानी से छानकर शव निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया. वहां डॉक्टर ने चेकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.