Mission 2024: नीतीश कुमार ने बताया BJP को 100 सीट पर समेटने का मंत्र, सामने रखी ये शर्तें, जानें क्या बोले
सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीट के नीचे निपट जाएगी. पटना में भाकपा-माले के राष्ट्रीय कन्वेंशन को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अब कांग्रेस को आगे का फैसला करना चाहिए. राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 में भाजपा को सत्ता से दूर रखने का मार्ग बताते हुए कहा है कि इसके लिए व्यापक विपक्षी एकता की जरुरत है. सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीट के नीचे निपट जाएगी. पटना में भाकपा-माले के राष्ट्रीय कन्वेंशन को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अब कांग्रेस को आगे का फैसला करना चाहिए. राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे. उन्होंने कहा कि हम तो इंतजार कर रहे हैं, हम तो दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मिले थे. शनिवार को भाकपा माले के अधिवेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल हुए.
पहले आई लव यू कौन कहेगा
पटना के SKM हॉल में माले के 11वां राष्ट्रीय महाधिवेशन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस को ही निर्णय लेना होगा कि 2024 में विपक्ष की क्या रणनीति होनी चाहिए और विपक्षी एकता को किस तरह से मजबूत करना चाहिए. यदि कांग्रेस इस बात पर तैयार हो जाए तो 2024 में भाजपा 100 सीटों के अंदर सिमट कर रह जाएगी. इस पर सलमान खुर्शीद ने भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी जो आप सोचते हैं, वो कांग्रेस भी सोचती है. बस बात इतनी सी है कि पहले आई लव यू कौन कहेगा.
हम तो केवल बदलाव चाहते हैं
राष्ट्रीय महाधिवेशन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं. जब एनडीए से अलग हुए तो सभी विपक्षी दल के नेताओं ने स्वागत किया. 2024 में सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ेंगे, तभी भाजपा का सफाया होगा. आज आजादी की लड़ाई का इतिहास बदलने का प्रयास हो रहा, सभी धर्म और जाति के लोगों को लेकर साथ चलना होगा. नीतीश कुमार ने कहा कि नेतृत्व को लेकर उनकी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम तो केवल बदलाव चाहते हैं. जो सब तय करें वही होगा.
चुनाव के बाद तय हो पीएम का चेहरा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई भी विवाद नहीं होना चाहिए. किसी एक चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल बस इस उद्देश्य से चुनाव लड़े कि भाजपा को हराना है और जब भाजपा हार जाएगी और विपक्षी एकता जीत जाएगी तो मिल बैठकर प्रधानमंत्री के चेहरे का फैसला कर लिया जाएगा. अब ऐसे में कांग्रेस इस बात को लेकर अपनी सहमति नहीं दी थी. नीतीश कुमार बार-बार कह रहे हैं कि कांग्रेस को फैसला लेना है, और यदि कांग्रेस फैसला ले ले तो आगे का राह आसान हो जाएगा. ऐसे में कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम आपकी बात को आलाकमान तक पहुंचा देंगे, मैं एक वकील हूं, आपकी वकालत कर दूंगा.