बेतिया जिले में बीते 27 मार्च को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़झाला उजागर हुई है. सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से भेजे गये ओएमआर सीट में से 194 सीट गायब पाये गये हैं. आरोप है कि कि परीक्षा केंद्र की ओर से वापस भेजे गये पैकेट में 194 ओएमआर सीट कम पाये गये हैं. जबकि कॉलेज प्रशासन ने सभी सीट को वापस भेजने और उसकी रिसीविंग होने का दावा किया है. ऐसे में 194 सीट का रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने का मामले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. मामले में केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से संबंधित नोडल पदाधिकारी को पत्र भेजकर गायब हुए ओएमआर सीट की मांग की गई है. केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से भेजे गये पत्र के बाद यहां प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मचा हुआ है.
मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने एमजेके कालेज के केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य को पत्र भेजकर इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है. माना जा रहा है कि यदि गायब ओएमआर सीट प्राप्त नहीं होते है तो कई अधिकारी, मजिस्ट्रेट व वीक्षक कार्रवाइ की जद में फंस सकते हैं. फिलहाल केंद्रीय चयन पर्षद के पत्र के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है. 194 ओएमआर सीट का गायब होना किसी को भी हजम नहीं हो रहा है. सवाल यह है कि जब परीक्षा 27 मार्च को हुई थी तो यह जानकारी होने में इतना दिन कैसे लग गया. साथ में यह भी सवाल है कि परीक्षा समाप्ति के बाद क्या केंद्र पर सीट का मिलान नहीं कराया गया था. ऐसे में यह मामला पेचींदा होता जा रहा है.
जानकारी के अनुसार एमजेके कालेज परीक्षा केंद्र पर विगत 27 मार्च को आयोजित होनेवाले सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए 24 सीट वाले 56 पैकेट ओएमआर सीट एवं क्यूबी भेजा गया था. यहां 1320 परीक्षार्थी परीक्षा में भाग लेने वाले थे. परीक्षा समाप्ति के बाद केंद्राधीक्षक द्वारा पैकेट पर्षद को भेज दिया गया. इधर जब विगत 4 जुलाई को ओएमआर सीट के स्कैनिंग के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि एमजेके कालेज केंद्र से 194 सीट कम ही प्राप्त हुए है.
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पर्षद के विशेष कार्य पदाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसकी जानकारी दी. डीइओ ने तुरंत केंद्राधीक्षक सह एमजेके कालेज के प्राचार्य को इसकी जानकारी देते हुए 27 मार्च को संचालित द्वितीय पाली की परीक्षा में प्रतिनियुक्त वीक्षकों एवं कालेज कर्मियों के माध्यम से गहन छानबीन कर गायब ओएमआर की मूल प्रति एवं कार्बन प्रति को अविलंब पर्षद कार्यालय में उपलब्ध कराने की बात कही है.
एमजेके कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुरेंद्र केसरी ने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए जितनी ओएमआर सीट कॉलेज को प्राप्त हुई थी, उतनी कॉपी मजिस्ट्रेट को परीक्षा समाप्ति के बाद दे दी गई थी. इसकी रिसीविंग कॉलेज कार्यालय में उपलब्ध है. जांच के लिए एक अधिकारी भी आये थे, उन्हें रिसीविंग दिखाई भी गई. कॉलेज स्तर से ओएमआर सीट गायब नहीं हुए है.