पटना में शराबियों को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर भीड़ ने किया हमला, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी निकला घर का भेदी !
पटना के गांधी मैदान थाना पुलिस पर देर रात भीड़ ने हमला बोल दिया. घटना को अंजाम दिलाने का आरोप पुलिस ने एक सेवानिवृत्त पदाधिकारी पर लगा है. घटना में दो पुलिस पदाधिकारी सहित तीन जवानों को चोटें आईं है.
पटना: बिहार की राजधानी पटना में शराबियों ने पटना पुलिस पर हमला बोल दिया. दरअसल, मामला गांधी मैदान के लोदीपुर इलाके का है. यहां एक रेलवे क्वार्टर में शराब पार्टी चल रही थी. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी की. जिसके बाद मौके से पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया. पार्टी में खलल पड़ते देख शराबियों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया और अपने साथियों को छुड़ा लिया. इस घटना में दो पुलिस पदाधिकारी सहित तीन जवान घायल हो गये हैं.
रिटार्यड अधिकारी की शह पर पुलिस पर हमला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शराबियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला माफियाओं और रिटायर्ड पुलिस पदाधिकारी बीके पांडे के साथ एक अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि की शह पर किया गया था. सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी बीके पांडे का शह मिलते ही शराबियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया. जिसके बाद हिरासत में लिये गये आधा दर्जन लोग भाग गये. घटना में गांधी मैदान थाना के एक दरोगा एक पुलिस पदाधिकारी के साथ तीन जवानों को चोटें आयीं है. चोटिल जवानों को पास के अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया.
भाग रहे दो शराबियों को पुलिस ने दबोचा
घटना के बाद भाग रहे दो शराबियों को पुलिस के जवानों ने खदेड़ कर पकड़ लिया. इसके अलावे पुलिस ने आरोपी सेवानिवृत्त अधिकारी बीके पांडे और एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक हिरासत में लिये गये बीके पांडे बीते माह ही आईजी कार्यालय से रिटायर हुए थे.
देर रात घंटों तक चलता रहा हाई वोल्टेज ड्रामा
इधर, बीके पांडे के हिरासत में लिये जाने की सूचना जैसे ही उनके परिजनों और समर्थकों को लगते ही, दर्जनों लोग गांधी मैदान थाने के बाहर जुट गये. लोगों ने पुलिस पर बीके पांडे को छोड़ने के लिए दबाव भी बनाया. लेकिन देर रात को पुलिस ने कई अन्य लोगों को भी हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि फिलहाल जांच जारी है. वरीय अधिकारियों को मामले की सूचना दे दी गयी है.
बीते पांच माह में 10वीं बार पुलिस टीम पर हमला
बता दें कि बिहार में लागू शराबबंदी के बाद से शराब माफिया चोरी-छिपे सूबे में अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन कार्रवाई के दौरान कई बार पुलिस टीम पर हमला भी हो चुका है. बीते पांच माह में यह 10वीं बार है. जब पुलिस टीम पर हमला कर भीड़ आरोपी को छुड़ाकर अपने साथ ले गये. इससे पहले बीते 14 जनवरी को अररिया में पुलिस की गाड़ी पर स्थानीय लोगों ने हमला कर जवानों से हथियार लूटने की कोशिश की थी. वहीं, 13 जनवरी को पटना के राजीव नगर में भी भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दो लोगों को छुड़ा लिया था. वहीं, 10 जनवरी को बक्सर के चौसा में पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था. इस घटना में कई पुलिस कर्मी और स्थानीय लोग भी घायल हुए थे.