मॉब लिंचिंग में हो सकती थी बिहारशरीफ में दूसरी हत्या, पुलिस ने भीड़ से नोकझोंक कर अधमरा युवक को निकाला
घटना के मौके पर भीड़ ने उक्त युवक पर नवादा से अरियरी गांव हथियार से लैस होकर पहुंचने और हत्या की घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहे थे.
बिहारशरीफ के अरियरी थाना क्षेत्र के अरियरी गांव में गुरुवार को भूमि विवाद को लेकर हुई हत्या के बाद वहां दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प मॉब लिंचिंग का रूप धारण कर लिया. इस दौरान हत्या में शामिल आरोपी व नवादा निवासी मो. नौशाद को मृतक के रिश्तेदारों ने घेर कर हमला कर दिया. युवक को काफी देर तक भीड़ मारपीट करती रही. बड़ी बात यह है कि गोलीबारी की घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष अरविंद कुमार अपने पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ से नोकझोंक कर युवक को को छुड़ा लिया.
हालांकि इसके बाद भी युवक को घटनास्थल से इलाज के लिए अस्पताल ले जाने को लेकर पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी. वहां मौजूद भीड़ और अरियरी पुलिस नोकझोंक कर जमीन पर पड़े अधमरे युवक को ले जाने से रोकना चाह रही थी. इसी दौरान काफी संख्या में पहुंचे पुलिस बल एवं पुलिस अधिकारियों के सुरक्षा के बीच युवक को भीड़ से निकाला गया और इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घटना के मौके पर भीड़ ने उक्त युवक पर नवादा से अरियरी गांव हथियार से लैस होकर पहुंचने और हत्या की घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहे थे. घटना को लेकर एसडीपीओ कल्याण आनंद ने बताया कि इस मामले में एक देसी कट्टा और पिस्टल के साथ कुछ कारतूस भी बरामद किए गए हैं.
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घटना को लेकर पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि सर्वे के दौरान विवाद शुरू होते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. घटनास्थल पर बदमाशों ने चार फायरिंग की, जबकि पीछा कर रहे ग्रामीणों को डराने के लिए भी भागते हुए आधे दर्जन से अधिक चक्र गोलियां फायर की. घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है.