Mob Lynching in Bihar: बिहार में दिन-ब-दिन भीड़ हिंसक होती जा रही है. इस भीड़ पर ना कानून का खौफ दिखाई देता है और न ही मानवता या दया. पुलिस जब तक घटनास्थल तक पहुंचती है लोग अपना इंसाफ कर चुके होते हैं. ताजा मामला पूर्णिया (Purnea) जिले का है. यहां भैंस चोरी के आरोप में उग्र भीड़ ने एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला. जबकि दो की हालत गंभीर है. घटना पूर्णिया जिले के श्रीनगर के खूंटी हंसेली पंचायत के कदगांवां गांव के निकट उरांव टोला वार्ड संख्या 11 की है.
मृतक श्यामानंद यादव अररिया जिले के रानीगंज के बैरख कोसिकापूर का निवासी था. घायलों में पूर्णिया के केनगर के देवीनगर का मनोज यादव और कोशिकापुर रानीगंज का कैलाश साह शामिल है. मनोज की दोनों आंख बुरी तरह जख्मी है और फिलहाल उसे कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा है.
इस संबंध में श्रीनगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा ने बताया कि घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है. घायल दोनों व्यक्ति की हालत अभी ऐसी नहीं है कि पुलिस को कोई बयान दे सके. उनकी हालत में सुधार होने पर पुलिस बयान लेगी. जबकि चोरी के मामले में आवेदन प्राप्त हुआ है . पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
जानकारी के अनुसार, खूंटीहसेली पंचायत के वार्ड संख्या 11 कदगांवां उरांव टोला में जानकी देवी पति स्वर्ग जोगानंद उरांव के बथान पर दो भैंस बंधी हुई थी. बुधवार की रात्रि 12:30 बजे जानकी देवी ने ने शोर मचाया कि उसकी भैंस चोरी कर चोर ले जा रहा है. उसका शोरगुल सुनकर ग्रामीण जग गये और दर्जनों की संख्या में ग्रामीण चोर को पकड़ने के लिए बहियार में दौड़ पड़े. लगभग 500 मीटर दूरी पर बहियार में तीनों आरोपी को भीड़ ने खदेड़ कर पकड़ लिया और जमकर धुनाई शुरू कर दी.
बहियार में तीनों को पकड़ने के बाद उग्र ग्रामीणों ने तीनों की रात भर मार-पिटाई जारी रखी. गुरुवार की सुबह थाना पुलिस को घटना की सूचना ग्रामीणों ने दी. हालांकि तब तक तीनों चोर की हालत नाजुक हो गयी थी. घटना की खबर पाते ही सभी घायल आरोपी को पुलिस अपने कब्जे में लेकर इलाज हेतु श्रीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लायी. पीएचसी से तीनों घायल व्यक्ति को बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल पूर्णिया रेफर कर दिया गया. इसी क्रम में श्यामानंद यादव ने दम तोड़ दिया.
सदर अस्पताल में इलाजरत घायल मनोज यादव ने मीडिया को बताया कि वे तीनों लोग जगेली आये हुए थे. वहां से शराब पीने के इरादे से खूंटी हसेली गये थे. वहां से लौटने के दौरान कदगांवा में अचानक चोर-चोर का हल्ला होने लगा. हो-हल्ला सुनकर श्यामानंद घबरा गया और दौड़ने लगे. उसे भागते देखकर भीड़ हमारी ओर लपक गयी और हमलोगों को बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया.
Posted By: Utpal kant