पटना जंक्शन से चार मार्च को एक मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन को रेल पुलिस ने आसनसोल से बरामद कर लिया है. मैनेजर का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि वह खुद पत्नी से लड़ाई होने के बाद घर से निकल गये थे. उन्होंने पत्नी को डराने के लिए खुद के अपहरण का नाटक किया और 25 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी, ताकि पत्नी और भी डर जाये. घर से निकलकर भागलपुर की जगह गया जाने वाली ट्रेन में बैठे थे. फिर अगले दिन गया से ट्रेन से गोमो और वहां से धनबाद पहुंचे. इसके बाद उन्हें आसनसोल में रेल पुलिस ने पकड़ लिया. फिलहाल पटना रेल पुलिस ने सौरभ सुमन को छोड़ दिया है. उसे परिवार के साथ घर भेज दिया है. लेकिन, अभी इस मामले की जांच जारी रहेगी. जब भी रेल पुलिस बुलाएगी, तब उन्हें सामने आना होगा.
वीडियो कॉल पर पत्नी से हुई थी लड़ाई
पटना रेल पुलिस के अनुसार, पूछताछ में सौरभ ने बताया कि चार मार्च की रात 9:30 बजे पत्नी रंजना देवी ने वीडियो कॉल किया. उस दौरान उन दोनों में झगड़ा हुआ था. दरअसल, तीन मार्च को सौरभ भागलपुर से पटना आये थे. चार मार्च को पटना में मोबाइल कंपनी की बैठक थी. बैठक के बाद होली खेली गयी थी. उस रात सौरभ भागलपुर जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पटना जंक्शन पहुंचे, तो वीडियो कॉल पर पत्नी ने बैठक के बाद खेली गयी होली को लेकर झगड़ा किया. सौरभ ने रेल पुलिस के अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि वह पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर ही खुद से घर नहीं गये.
घरवालों ने ली चैन की सांस
लापता सौरभ सुमन के घर वालों ने उसके वापस मिलने पर चैन की सांस ली है. सौरभ सुमन के परिजनों ने बताया कि किडनैप होने की बात से पूरे घर में मातम पसर गया था. हालांकि, इस बारे में अभी सौरभ से परिजनों ने कोई बात नहीं है.