दुनिया में कोविड मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में सभी अस्पतालों की सेवाओं की तैयारियों को लेकर मंगलवार को मॉकड्रिल कराने की तैयारी की है. मॉकड्रिल सुबह 10 बजे से आरंभ हो जायेगा, जिसमें कोरोना महामारी से बचाव के सभी पारामीटर की जांच की जायेगी. इस पूरी प्रक्रिया को स्वास्थ्य विभाग द्वारा भारत सरकार के नेशनल पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा. इससे यह जानकारी होगी कि बिहार कोरोना की चुनौतियों से निबटने के लिए कितना तैयार है. जिलाधिकारी की देखरेख में सभी जिलों की होगी मॉकड्रिल.
मॉकड्रिल को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने एम्स, पटना के निदेशक, आइजीआइएमएस के निदेशक, आरएमआरआइ के निदेशक, सभी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य व अधीक्षक, सभी सिविल सर्जन और सभी अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह सर्वेक्षण पदाधिकारी व आइडीएसपी बिहार को निर्देश जारी किया गया है.
इसमें कहा गया है कि सभी अस्पतालों में मॉकड्रिल अभ्यास किया जाना है. इससे अस्पतालों की कोविड तैयारियों की मैपिंग की जायेगी. यह देखा जायेगा कि किस जिले में बेड की क्षमता कितनी है, आइसोलेशन बेड कितने हैं, ऑक्सीजन सपोर्ट बेड क्षमता क्या है, आइसीयू बेड कितने हैं और वेंटिलेटर सपोर्ट बेड की अपडेट संख्या क्या है.
दूसरा मानक है मानव संसाधन का, इसमें डॉक्टर, नर्सेस, पारामेडिकल स्टाफ, आयुष चिकित्सक, फ्रंटलाइन वर्कर में आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं का आकलन किया जायेगा. इन सभी को प्रशिक्षण सुनिश्चित करने को कहा गया है. साथ ही पीएसए प्लांट के संचालन के लिए हेल्थ वर्कर को प्रशिक्षण का निर्देश दिया गया है. रेफरल सेवाओं में एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट और एंबुलेश की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. साथ ही एंबुलेंस सेंटर को एक्टिवेट करने का निर्देश दिया गया है.
राज्य में कोविड जांच क्षमता और लैब की संख्या और क्षमता का मूल्यांकन किया जाना है. राज्य में आरटी पीसीआर जांच, रैट किट, जांच के उपकरण और रिएजेंट की उपलब्धता का निर्देश दिया गया है. साथ ही जीवनरक्षक दवाएं, वेनटिलेटर, बाइपैप, एसपीओ-2 सिस्टम, पीपीइ किट, एन95 मास्क का आकलन कर व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है.
इसी प्रकार से मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलिंडर, पीएसए प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, स्टोरेज टैंक, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम का आकलन कर उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. साथ ही टेलीमेडिसन की सेवाओं को क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया है. इन सभी पारामीटर को चालू रख कर इसका मॉकड्रिल किया जाना है. कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि मॉकड्रिल का एक्सरसाइज सभी जिला के जिलाधिकारी के ओवरऑल निर्देशन में किया जाना है.