औरंगाबाद सदर अस्पताल में बनेगा आधुनिक लैब, हर तरह की महंगी जांच भी होगी नि:शुल्क
औरंगाबाद सदर अस्पताल में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला की स्वीकृति राज्य स्वास्थ्य से मिल गयी है. अब इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने की कवायद तेजी से की जा रही है.
औरंगाबाद. बीमारी की स्थिति में महंगी जांच कराने में मरीजों की जेब काफी ढीली होती है. खासकर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए महंगी जांच कराना परेशानी का सबब बन जाता है. इसके खर्च के बोझ तले मरीज मानो दब कर रह जाते हैं. अब जिले के मरीजों को महंगी जांच कराने में मुश्किल नहीं होगी और न ही बेहिसाब पैसे खर्च करने पड़ेंगे. औरंगाबाद सदर अस्पताल में आधुनिक लैब का निर्माण कराया जायेगा. एक ही भवन में सभी प्रकार की जांच तो होगी ही, इसमें महंगी जांच भी नि:शुल्क की जायेगी. इससे गरीब तबके के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा. जिले के सरकारी अस्पतालों में लगातार स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ायी जा रही है. मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिले, इस दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में सदर अस्पताल में आधुनिक लैब का निर्माण प्रस्तावित है. आधुनिक तकनीक से लैस इस प्रयोगशाला के निर्माण की स्वीकृति भी मिल गयी है.
हर तरह की महंगी जांच भी होगी नि:शुल्क
सदर अस्पताल में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला की स्वीकृति राज्य स्वास्थ्य से मिल गयी है. अब इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने की कवायद तेजी से की जा रही है. इसके निर्माण के लिए डॉ अश्विनी कुमार के नेतृत्व में पटना एम्स की एक टीम तथा दिल्ली से आयी टीम द्वारा औरंगाबाद सदर अस्पताल का भ्रमण किया गया है. इसके बाद डीपीएम डॉ कुमार मनोज द्वारा भी लैब भवन के निर्माण के लिए स्थल का भ्रमण किया गया. इस दौरान उन्होंने गहनता से स्थल का मुआयना किया और आवश्यक निर्देश दिये.
मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना उद्देश्य
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज ने कहा कि जिले के मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराना विभाग का उद्देश्य है. सदर अस्पताल में आधुनिक लैब बन जाने से गरीब मरीजों को काफी सहूलियत होगी. महंगी जांच कराने में अधिक खर्च नहीं करना पड़ेगा. सदर अस्पताल के इस आधुनिक लैब में ही नि:शुल्क महंगी जांच करा सकेंगे. वहीं दाउदनगर, बारूण, देव, मदनपुर, ओबरा एवं रफीगंज में भी लैब का निर्माण होने से मरीजों को लाभ मिलेगा.
आर्किटेक की ली जा रही मदद
अत्याधुनिक मशीनों से लैस इस प्रयोगशाला का निर्माण सदर अस्पताल स्थित लांड्री एवं किचेन के भवन के ऊपरी तल्ले पर किया जायेगा. प्रोजेक्ट के लिये प्लान तैयार करने के लिये आर्किटेक की टीम से भी मदद ली जा रही है. टीम द्वारा उक्त भवन के उपरी तल्ले की मापी करने के बाद इसे सही पाया गया है. डीपीएम ने बताया कि उक्त टीम द्वारा जिस भवन में लांड्री एवं किचेन तैयार किया गया है, उसका नक्शा एवं डिजाईन की मांग की गयी, जिसे तत्काल उपलब्ध करा दिया गया. पटना एम्स एवं दिल्ली के आर्किटेक द्वारा प्लान तैयार कर अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, बिहार एवं कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति को प्रस्तुत किया जायेगा. एम्स एवं दिल्ली की टीम ने सिविल सर्जन डॉ कुमार वीरेंद्र प्रसाद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज से मुलाकात कर इस योजना के बारे में जानकारी दी तथा उनकी देख-रेख में ही इसकी मापी की गयी.
छह प्रखंडों में भी बनेंगे लैब
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे जिले में चिकित्सीय सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है. सदर अस्पताल के अलावा अन्य छह प्रखंडों में भी आधुनिक लैब का निर्माण कराया जायेगा. इसमें दाउदनगर अनुमंडलीय अस्पताल तथा बारूण, देव, ओबरा, मदनपुर एवं रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिहार पब्लिक हेल्थ यूनिट की भी स्थापना करने की योजना तैयार कर भेजी गयी है. इसके अंतर्गत भी उक्त स्वास्थ्य संस्थानों में 1500 वर्ग फुट एकीकृत लैब की स्थापना की जायेगी. सभी जांच की सुविधा एक ही लैब में मुहैया कराने की योजना है.
वर्तमान के लैब से 10 गुना अधिक होंगी सुविधाएं
सदर अस्पताल के वर्तमान के लैब से 10 गुना अधिक सुविधाएं नये अत्याधुनिक लैब में होंगी. डॉ अश्विनी कुमार व उनकी टीम द्वारा सदर अस्पताल में अधिष्ठापित पैथोलॉजिकल लैब को भी देखा गया व उसकी सराहना की गयी. उन्होंने कहा कि जो लैब उपलब्ध है, उस लैब से 10 गुना आधुनिक लैब तैयार किये जायेंगे. उसमें सभी आधुनिक मशीन लगी होंगी, जिसकी आपूर्ति भी सरकार द्वारा करायी जायेगी.