सांसद Mohan Delkar के निधन से पप्पू यादव स्तब्ध, पूछा- आदिवासी MP की संदेहास्पद मौत पर सन्नाटा क्यों? जतायी ये आशंका
Mohan Delkar: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर (Mohan Delkar) की मौत पर सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा है कि एक आदिवासी सांसद की संदेहास्पद मौत पर सन्नाटा क्यों है.
Mohan Delkar: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर (Mohan Delkar) की मौत पर सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा है कि एक आदिवासी सांसद की संदेहास्पद मौत पर सन्नाटा क्यों है.
बता दें कि सांसद मोहन डेलकर का शव सोमवार को दक्षिण मुंबई के एक होटल से मिला है. पुलिस ने शुरुआती जानकारी के आधार पर आत्महत्या की आशंका जताई है. मुंबई पुलिस को सांसद के कमरे से 6 पन्नों का एक सुसाइड नोट (Suicide Note) भी मिला है.
पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में कई लोगों के नाम हैं. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सांसद मोहन डेलकर ने खुदकुशी क्यों की और मुंबई में क्या कर रहे थे? इन सवालों के जवाब तो पुलिस की जांच के बाद ही मिलेंगे लेकिन इससे पहले इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. मोहन डेलकर के बेटे ने भी मुबई पुलिस से न्याय मांग की है.
मंगलवार सुबह पप्पू यादव ने ट्वीट किया- दादरा नगर हवेली से सांसद मोहन डेलकर जी की संदिग्ध मौत से मैं स्तब्ध हूं. एक आदिवासी एमपी की संदेहास्पद मौत पर सन्नाटा क्यों? 7 बार लोकसभा सदस्य रहा व्यक्ति आत्महत्या करेगा? मुझे विश्वास नहीं. उन्होंने केंद्र पर सवाल उठाया था. लगता है उन्हें प्रताड़ित कर मौत के मुंह में धकेला गया है.
दादरा नगर हवेली से सांसद मोहन डेलकर जी की संदिग्ध मौत से मैं स्तब्ध हूं।एक आदिवासी MP की संदेहास्पद मौत पर सन्नाटा क्यों?
7 बार लोकसभा सदस्य रहा व्यक्ति आत्महत्या करेगा? मुझे विश्वास नहीं। उन्होंने केंद्र पर सवाल उठाया था।लगता है उन्हें प्रताड़ित कर मौत के मुंह में धकेला गया है।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) February 23, 2021
गौरतलब है कि मोहन डेलकर की मौत पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. डेलकर की उम्र 58 साल थी. 2019 में वे केंद्र शासित दादरा और नगर हवेली से बतौर निर्दलीय सांसद चुने गए. 1989 से अब तक वे भाजपा, कांग्रेस, भारतीय नवशक्ति पार्टी के उम्मीदवार और निर्दलीय के तौर पर सात बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके थे.
Posted By: Utpal kant