नालंदा. बिहार में लाख जतन के बावजूद भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रहा है. निगरानी और आर्थिक अपराध शाख हर दिन किसी न किसी भ्रष्टाचारी को दबोच रहा है. इन दोनों एजेंसियों के सचेत रहने के बावजूद रिश्वतखोरी करनेवालों में न डर है ना लज्जा. ताजा मामला बिहार के नालंदा जिले का है. शुक्रवार को निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी कर एक जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार पटना निवासी दीपक कुमार जो ठेकेदारी का काम करते हैं. उन्होंने निगरानी ब्यूरो में शिकायत रखी कि उन्हें एलटी लाइन एक्सटेंशन करवाना है. इस को लेकर नूरसराय के करण बिगहा गांव में पोल गाड़ने का आवेदन दिया है. जिसके एवज में बिहार शरीफ विद्युत कार्यालय में कार्यरत बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर वसीम अख्तर ने 12000 रुपये रिश्वत के रूप में मांगा है.
दीपक की इस शिकायत पर निगरानी ने अपने सतर से जांच की और उसे सही पाया. इसके बाद निगरानी ने दीपक को पैसे लेकर जाने को कहा. शुक्रवार की सुबह जैसे ही दीपक कुमार ने जेई को 12 हजार रुपए दिये, तभी विद्युत प्रमंडल कार्यालय बिहार शरीफ के वसीम अख्तर को निगरानी की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया.
निगरानी विभाग की टीम अग्रिम कार्रवाई करते हुए जेई को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर चली गयी. निगरानी विभाग के इस रेड का नेतृत्व डीएसपी खुर्शीद आलम कर रहे थे, जबकि उनके साथ इंस्पेक्टर मुरारी प्रसाद, डी एल श्रीवास्तव, धर्मवीर कुमार सहित निगरानी की पुलिस टीम मौजूद रही. निगरानी विभाग की टीम ने जेई को घूस के रूप में दिये गये कुल 12 हजार रुपए जब्त कर लिया है.