monkeypox news: मंकीपॉक्स को लेकर बिहार में अलर्ट जारी, विदेश से आने वाले यात्रियों पर रखी जा रही नजर
मंकीपॉक्स को लेकर स्टेट सर्विलांस ऑफिसर ने कहा कि आरंभिक लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और कमजोरी जैसे लक्षण होते हैं. यह बीमारी त्वचा या घाव के संपर्क में आने से हो सकती है. इसका असर दो से चार सप्ताह तक रह सकता है.
बिहार सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर डब्ल्यूएचओ द्वारा हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने और देश में चार संक्रमितों के मिलने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसको लेकर सभी जिलों को गाइडलाइन भेज दी गयी है. अभी तक राज्य में मंकीपॉक्स का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है. अगर इस तरह का कोई मामला आता है, तो इसकी अविलंब रिपोर्टिंग करने का निर्देश दिया गया है.
विदेश से वापस लौटने वाले लोगों पर रखी जा रही नजर
मामले को लेकर स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ रणजीत कुमार ने बताया कि जिलों को भेजे गये निर्देश में कहा गया है कि विदेश से पिछले 21 दिनों में यात्रा कर लौटनेवाले व्यक्तियों पर नजर रखी जाये. इसके आरंभिक लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और कमजोरी जैसे लक्षण होते हैं. यह बीमारी त्वचा या घाव के संपर्क में आने से हो सकती है. इसका असर दो से चार सप्ताह तक रह सकता है. उन्होंने बताया कि वायरस के संक्रमण होने के छह से 13 दिनों तक इनक्युबेशन समय होता है. इस दौरान वायरस का लक्षण दिखने लगता है.
मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाएगा
स्टेट सर्विलांस ऑफिसर ने बताया कि अगर बिहार में इस प्रकार का कोई संक्रमित पाया जाता है तो उसके कंट्रेक्ट लिस्ट को तैयार किया जाये. लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाये. साथ ही उसके सैंपल कलेक्शन किया जाये. सैंपल कलेक्शन की गाइडलाइन भी जिलों को भेजा गया है. सभी सैंपलों को संग्रह करने के बाद उसे एपेक्स लैब में भेजा जाना है.