Bihar News: बिहार में बारिश के बाद सब्जियों की कीमत में फिर बढ़ोतरी हुई है. पिछले 15 दिनों में हरी सब्जियों के भाव फिर बढ़ गये हैं. बारिश के बाद सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी हो गयी है. कई सब्जियों के भाव तो दोगुने हो गये हैं. हरी सब्जियों के अलावा प्याज की कीमत में भी तेजी आ गयी है. मुजफ्फरपुर में प्याज पांच रुपये किलो बढ़कर अब 28 रुपये किलो बिक रहा है. शहर के कटही पुल, जवाहरलाल रोड और नयी बाजार सब्जी मंडी में सब्जियों के भाव में करीब चार से पांच रुपये का अंतर है, शहर के सब्जी मंडियों में भाव बढ़ने से खरीदारी में थोड़ी कमी आयी है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सब्जी की आवक कम हो रही है. इस कारण भाव बढ़े हुए हैं. जवाहरलाल रोड के सब्जी विक्रेता विकास पटवा ने कहा कि सब्जी की कीमत घटने से खरीदारी अच्छी हो गयी थी. लेकिन फिर सब्जी की कीमत बढ़ने से खरीदारी पर प्रभाव पड़ा है.
राज्य में पंश्चिम बंगाल से शिमला मिर्च आ रहा है. बाजार में इन दिनों शिमला मिर्च का निर्यात किया जा रहा है. लेकिन, आवक कम होने से शिमला मिर्च का भाव फिर चढ़ गया है. इन दिनों बाजार में शिमला मिर्च 80 रुपये किलो बिक रहा है. बाहर से शिमला मिर्च मंगाने वाले व्यापारी ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि मंडी में इन दिनों शिमला मिर्च की मांग बढ़ी हुई है. सावन महीने में अधिकतर घराें में शिमला मिर्च की मांग बढ़ जाती है. मांग बढ़ने और आवक कम होने से भाव बढ़ गया है.
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परवल – 40
फूलगोभी – 50
कुंदड़ी – 15
बैगन – 30
नेनुआ – 20
भिंडी – 20
शिमला मिर्च – 60
कद्दू – 30 रुपये पीस
केला – 40 रुपये दर्जन
करैला – 25
लाल साग – 25
टमाटर – 110
अदरक – 120
लहसुन – 150
प्याज – 23
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टमाटर के साथ ही नेनुआ, भिंडी, परवल,करैला की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, प्याज के भाव भी अब रुला रहे है. मालूम हो कि बारिश के कारण फसलें खराब हुई है. इस कारण कीमत में इजाफा हुआ है. नेनुआ, भिंडी, परवल,करैला, बैगन जैसी कई सब्जियां भी महंगी हो गयी हैं. वर्षा के बाद दियारा के इलाके में पानी भर गया है. दियारा के इलाके में पानी जमा हो चुका है. दियारा इलाके से परवल, भिंडी, नेनुआ, करेला और गोभी आती है. पानी के भर जाने से फसलें कराब हुई है. टमाटर नासिक से, नेपाल और कर्नाटक से बंदगोभी, रांची से फूलगोभी, इंदौर से गाजर, समस्तीपुर से चटैल, लोकल और रांची से परवल, दिल्ली से फरसबीन बिहार में आती है.
महिलाएं भी सब्जी की बढ़ती कीमतों से परेशान है. इनका कहना है कि एक बार फिर सब्जियों की कीमत में इजाफा हुआ है. लोगों को इस कारण समस्या हो रही है. लेकिन, लोग महंगी सब्जी खरीदने को मजबूर है. लोगों के घर का बजट गड़बड़ हो चुका है. विक्रेता कहते है कि सब्जियों की कीमत आवक पर निर्भर करती है. आवक का कम होना भी सब्जियों की बढ़ती कीमत की वजह है. वहीं, फसल के नष्ट होने पर किसानों को मुआवजा मिलेगा. वास्तविक उपज दर में 20 फीसदी तक गिरावट होने पर प्रति हेक्टेयर 7500 रुपया तथा 20 फीसदी से अधिक क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर दस हजार रुपया किसानों को दिया जाएगा. अधिकतम दो हेक्टयर तक में क्षति होने पर किसानों को राशि मिलेगी. राज्य के तीन जिलों में सोयाबीन की क्षति पर भी सहायता मिलेगी. सोयाबीन बीस फीसदी तक और इससे अधिक फसल नष्ट होने पर मुआवजा मिलेगा. सोयाबीन को बेगूसराय, समस्तीपुर और खगड़िया के लिए अधिसूचित किया गया है.
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मालूम हो कि सब्जियों की कीमत में इजाफा होने से खरीददारी में थोड़ी कमी जरुर आई है. लेकिन, लोग महंगी सब्जियों को खरीदने को मजबूर है. सब्जियों की आवक में पहले से कमी आई है. वहीं, कीमत में कमी होने के बाद लोग अधिक सब्जियां खरीद रहे है. लेकिन, अब लोग कम खरीददारी कर रहे है. इस कारण दुकानदार भी परेशान है. कीमत बढ़ने से खरीददारी प्रभावित हुई है.