बिहार का मौसम लगातार करवट ले रहा है. पिछले दिनों प्रचंड गर्मी की मार से कई लोगों की जान चली गयी. लोग राह चलते हुए गिर रहे थे. 75 से अधिक लोगों की मौत गर्मी से हो गयी. वहीं कई जगहों पर मौसम का मिजाज बदला तो आंधी-पानी से भी करीब आधा दर्जन लोगों की मौत प्रदेश में हो गयी. इधर, मानसून को लेकर भी खुशखबरी इस बार मिली है. तय समय से पहले ही मानसून ने केरल तट पर एंट्री ली और तय समय से दस दिन पहले किशनगंज सीमा तक पहुंचा है. मौसम विभाग ने भागलपुर, पूर्णिया व आसपास के जिलों के मौसम का पूर्वानुमान बताया है.
भागलपुर का मौसम
भागलपुर में फिर से गर्मी और उमस का दौर चल पड़ा है. बीते तीन दिनों में जानलेवा गर्मी की मार के बाद हल्की बारिश ने राहत दी. लेकिन अब फिर से गर्मी के तेवर सख्त हैं. गर्मी पिछले दिनों की तरह जानलेवा तो नहीं है लेकिन उमस और तपिश बरकरार है. हालांकि शनिवार को आसमान में हल्के बादल भी छाए रहे. रविवार को सुबह होते ही धूप के दर्शन भी शुरू हो गए. शनिवार को यहां का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री दर्ज किया गया. बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि दो से छह जून के बीच जिले का तापमान सामान्य रहेगा. उमस से मुक्ति लोगों को इस दौरान नहीं मिलेगी. दो से 4 जून के बीच हल्की बारिश की संभावना कुछ जगहों पर है.
ALSO READ: Bihar Weather: अगले पांच दिनों तक खुशगवार रहेगा बिहार का मौसम, तापमान में कमी से लोगों को मिली राहत
पूर्णिया का मौसम..
सीमांचल में भी मौसम रंग बदल रहा है. कभी प्रचंड गर्मी तो कभी बारिश के बाद मौसम का मिजाज सुहाना दिख रहा है. शनिवार को दोपहर बाद गर्मी के तेवर फिर कड़े हो गए. उसम के कारण लोग पसीने से तबाह दिखे. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि सोमवार को शाम या रात के समय बारिश या बूंदाबांदी संभव है. तापांतर में भी उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है. अगले 48 घंटों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश भी हो सकती है.
मानसून ने किशनगंज सीमा पर दी दस्तक..
बता दें कि मानसून की बारिश का इंतजार सबको बेसब्री से है. केरल के तट पर मानसून समय से पहले पहुंचा. वहीं किशनगंज सीमा पर तय समय से दस दिन पहले मानसून ने दस्तक दी है. पूर्व बिहार, सीमांचल, कोसी इलाकों में बारिश जल्द ही होने की संभावना है क्योंकि इन इलाकों में मानसून तय समय से पहले ही सक्रिय हो सकता है. 31 मई को दोपहर तक मानसून किशनगंज की सीमा तक पहुंच चुका था. फिलहाल मानसून ने बिहार में दस्तक नहीं दी है लेकिन अगर मानसून की रफ्तार यही रही तो जल्द ही बिहार में मानसून सक्रिय हो सकता है.