Monsoon In Bihar: बिहार में सोमवार को पटना में जमकर बारिश हुई. फिलहाल, मानसून की ट्रफ लाइन दरभंगा से गुजर रही है. लिहाजा उत्तरी बिहार के कुछ इलाकों में समाान्य से बेहतर बारिश होने के आसार हैं. आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक पंद्रह अगस्त को पटना, गया, अरवल, औरंगाबाद, कैमूर, खगड़िया, नवादा, नालंदा, बक्सर, मुंगेर, रोहतास, वैशाली, शिवहर और शेखपुरा में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. हालांकि, बिहार के शेष जिलों में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है.
आइएमडी के आधिकारिक बुलेटिन के मुताबिक बिहार में अभी तक 443 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. यह सामान्य से 28 प्रतिशत कम है. हालांकि, राज्य में अभी तक नौ जिलों में ही सामान्य बारिश दर्ज की गयी है. शेष प्रदेश में बारिश सामान्य से कम है. अररिया, भागलपुर, बक्सर, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर और सुपौल में अभी तक सामान्य बारिश दर्ज की जा चुकी है. बिहार में अब कोई ऐसा जिला नहीं है, जहां सामान्य से बेहद कम बारिश दर्ज हो, सामान्य तौर पर करीब-करीब सभी जिलों में औसतन 50 % से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है. इधर शनिवार-रविवार की सुबह तक पश्चिमी-पूर्वी चंपारण, किशनगंज ,शिवहर और भागलपुर में भारी बारिश दर्ज की गयी है. पंद्रह अगस्त को पटना सहित कुछ जिलों में बारिश नहीं होगी. अधिकतर जिलों में हल्की बारिश के आसार है.
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बता दें कि पहले सुखाड़ से किसान परेशान थे. लेकिन, अब धान की रोपनी ने भी रप्तार पकड़ ली है. भागलपुर जिले में 14 से 17 अगस्त के बीच आसमान में हल्के बादल छाये रह सकते हैं. 14 से 16 अगस्त के बीच हल्की बारिश या बूंदा बांदी की संभावना है. इस दौरान दक्षिण पश्चिमी हवा चलने की संभावना है. रविवार को शहर व आसपास का अधिकतम तापमान 32.0 व न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस रहा. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल प्रभारी डॉ सुनील कुमार हवा की औसत गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. तापमान सामान्य रहेगा, किसान भाइयों को सलाह दी जाती है की इस दौरान कम अवधि वाले धान की रोपाई करें.
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बारिश के बाद नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. गंगा व कोसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि से गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. अब खेतों में लगी मक्का, परवल, मूंग जैसी फसल पूरी तरह से डूबने लगी हैं. किसान डूबी फसलों को काट कर नाव से बाहर लाने को विवश हैं.
मुजफ्फरपुर में तेज बारिश के बाद शहर में जलजमाव की समस्या हो रही है. स्थिति यह है कि अब मोहल्ले में पानी का रंग बदलने लगा है. माड़ीपुर मोहल्ले में लंबे समय से जमे पानी की बदबू से लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है. मिठनपुरा, बेला, रामबाग के इलाके में अभी भी मोहल्लों में जलजमाव से लोग घिरे हुए हैं. बेला और मिठनपुरा इलाके में कई ऐसे परिवार हैं, जो पूरी तरह से घरों में कैद है. बीते दिनों बच्चें स्कूल नहीं जा सके. दूध और सब्जी के लिये किसी तरह एक बार घर से बाहर निकलते हैं, उसके बाद घरों में कैद हो जाते हैं. दूसरी ओर समस्या को लेकर रविवार के बेला इलाके से पानी निकासी के लिये कच्चा नाला काटा गया. निगम की टीम को लोडर के साथ काफी मशक्कत करना पड़ा. वार्ड-46 रामबाग चौड़ी नहर रोड में गली का रोड काट कर किसी तरह पानी निकालने का प्रयास किया गया. दूसरी ओर मिठनपुरा के मोहल्लों में टैंक लगाकर पानी खींचा गया. नगर निगम की ओर से आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी खींचने के लिये पंप लगाया गया है.
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मुजफ्फरपुर में मौसम का मिजाज पिछले 48 घंटों से स्थिर बना है. पारा की स्थिति भी एक समान बनी हुई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बारिश की उम्मीद थी. लेकिन, रविवार को दोपहर बाद काले बादल मंडराने के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हुई. कुछ जगहों पर बूंदा-बांदी के साथ मामला सिमट गया. वैसे मौसम विभाग की ओर से 16 अगस्त तक उत्तर बिहार के जिलों में हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है. विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सिस रहा. बीते शनिवार को अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री था.