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Cyclone Biporjoy : पूर्णिया में थमा मानसून, भीषण गर्मी बरपा रही कहर, जानिए क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक

बिपरजॉय तूफान की वजह से पूर्णिया में मानसून की बारिश पर असर पड़ा है. जिस वजह से जिले में पिछले दो दिनों से बारिश नहीं हुई है. बारिश नहीं होने के कारण गर्मी बढ़ गयी है. मौसम के इस रुख से किसानों की नींद भी हराम हो गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2023 1:20 AM

पूर्णिया. अरब सागर से शुरू हुए बिपरजॉय साइक्लोन के गुजरात में दस्तक देने के साथ ही पूर्णिया में मानसून की चाल रुक गई है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस साइक्लोन के कारण मानसून को करंट नहीं मिल रहा है जिससे मानसून पूरी तरह से एक्टिव नहीं हो पा रहा है. यही वजह है कि इसका असर अब पूर्णिया में भी दिखने लगा है. पिछली दो दिनों की रात में बारिश होने के बाद बुधवार से ही लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है जबकि किसान खुद को ठगा सा महसूस करने लगे हैं. गुरुवार को पूर्णिया में मौसम का अधिकतम तापमान 39.9 एवं न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.

12 जून को मॉनसून ने दी थी दस्तक

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्णिया में इस साल निर्धारित मानक से पहले 12 जून को ही मानसून ने दस्तक दे दिया था और लगातार दो रात झमाझम बारिश भी हुई जिससे न केवल भीषण गर्मी से छुटकारा मिला था बल्कि बेहतर खेती-किसानी की उम्मीद भी जगी थी. मगर, अचानक मानसून की रफ्तार को ब्रेक लग गया. बुधवार 14 जून को सूरज के तेवर काफी तल्ख थे पर पुरवैया से राहत मिली पर गुरुवार 15 जून को उपर आसमान से बारिश की बजाय आग बरसती रही और नीचे गर्म पछुआ के थपेड़े शरीर को झुलसाते रहे.

स्थिर हुआ मॉनसून 

मौसम विज्ञानियों की मानें तो बिपरजॉय तूफान के कारण मानसून फिलहाल स्थिर हो गया है. इधर मानसून का झटका लगते ही एक बार फिर धान पर ग्रहण लग गया है जिससे किसानों के होंठ सूखने लगे हैं. इस साल मानसून पहले आया और बारिश भी हुई जिससे किसानों को लगा कि मानसून साथ देगा. जो खेत तैयार थे उसमें बिचड़े भी कई किसानों ने गिरा दिए मगर तीसरे दिन यानी 14 जून के बाद मानसून ने मुंह मोड़ लिया. जतन एक तरफ यदि बारिश रुठ गई है तो दूसरी ओर सूरज के तेवर भी काफी गर्म हैं जिससे खेतों की नमी गायब होने की आशंका बन गई है. यह सोचकर किसानों की नींद हराम हो गई है कि बिचड़ों में लगी पूंजी डूब जाएगी और अगली फसल के लिए पूंजी का संकट उत्पन्न हो जाएगा.

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क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक

पूर्णिया में बारिश नहीं होने के कारण बिपरजॉय तूफान असर देखा जा रहा है. तूफान की वजह से मानसून की बारिश पर असर पड़ा है. जिस वजह से जिले में पिछले दो दिनों से बारिश नहीं हुई है. बारिश नहीं होने के कारण गर्मी बढ़ गयी है. मानसून की बारिश अगले 48 घंटा के बाद होने की संभावना है. हालांकि आईएमडी ने बारिश को लेकर 18 जून से येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस बार सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है. -एस के सुमन, प्रभारी मौसम केंद्र पूर्णिया

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