रोहतास. होली का मूड एक नेताजी को भारी पड़ गया. होली के माहौल में नेता जी एक महिला से छेड़खानी कर बैठे. इसके बाद नेताजी की वो मरम्मत हुई कि कुछ देर के लिए वहां मौजूद कोई कुछ समझ ही नहीं पाया. महिलाओं ने लात-घुसे और जूते-चप्पल से नेताजी की जमकर पिटाई कर दी. महिला ने थाने के सामने ही नेता जी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. नेताजी किसी तरह गिरते पड़ते महिला थाने में पनाह ली और अपनी जान बचायी.
जानकारी के अनुसार रोहतास के डेहरी में एक नेता को महिला से छेड़खानी करना भारी पड़ गया. महिलाओं ने महिला थाने के गेट पर ही नेताजी की पिटाई कर दी. आरोपी नेताजी की पहचान मोद नारायण सिंह के रूप में हुई है. नेताजी एक पार्टी के श्रमिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पद पर हैं.
पीड़ित महिला का कहना है कि कल मोहन बिगहा में एक होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें मोहल्ले के लोग भी गए हुए थे. बाद में उस कार्यक्रम से जब वह लौट रही थी तो मोद नारायण सिंह ने उसे अपने घर के पास आवाज देकर बुलाया. जब वह उसके घर पहुंची, तो वह दरवाजे बंद कर छेड़खानी करने लगा. इसके बाद महिला घर के छत पर चढ़ गयी और शोर मचाने लगी. महिला की शोर को सुनकर आस-पास के लोग इकट्ठा हो गये.
महिला ने नेताजी पर अपने कपड़े फाड़ देने का भी आरोप लगाया. लोगों ने महिला को घर से बाहर निकाला. इसके बाद महिला नेताजी की शिकायत करने महिला थाने पहुंच गयी. जब मोद नारायण सिंह को इसकी जानकारी मिली, तब वे भी अपने दो गुर्गों के साथ महिला थाने पहुंच गये और महिला को धमकी देने लगे.
मोद नारायण के इस रवैय्ये से अन्य महिलाएं उग्र हो गयी फिर क्या था महिला थाना के गेट पर ही नेताजी पर लात-घुसे और जूते-चप्पल की बरसात होने लगी. इसके बाद नेताजी किसी तरह थाने में गिरते पड़ते भागे और अपनी जान बचायी. महिलाओं का कहना है कि अबला जान के क्या कोई भी उन पर हाथ डाल सकता है? इस तरह के कुकृत्य को महिलाएं कभी बर्दाश्त नहीं करेगी.
महिलाओं का कहना है कि मोद नारायण का चरित्र पहले से ही गिरा हुआ है. उसने एक महिला के साथ जिस तरह से बदतमीजी करने का प्रयास किया है, उसकी सजा उसे जरूर मिलनी चाहिए. महिलाएं आरोपी पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही हैं और उसके खिलाफ महिला थाने में आवेदन भी दिया गया है.