बिहार के ग्रामीण इलाकों में शहर से अधिक बैंक शाखा, लेकिन एटीएम की सुविधा केवल 19 फीसदी
सार्वजनिक और निजी बैंक ग्रामीण क्षेत्र में एटीएम की स्थापना में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. सूबे में कुल 6548 एटीएम हैं. इसमें से लगभग 19 फीसदी एटीएम ही ग्रामीण इलाके में संचालित हो रहे हैं.
सुबोध कुमार नंदन, पटना . ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्र में बैंक शाखाओं की संख्या अब शहरी क्षेत्र में अधिक हो चुकी है, लेकिन एटीएम सुविधा के लिए अब भी ग्रामीण इलाके के लोगों को शहरों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है.
सार्वजनिक और निजी बैंक ग्रामीण क्षेत्र में एटीएम की स्थापना में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. सूबे में कुल 6548 एटीएम हैं. इसमें से लगभग 19 फीसदी एटीएम ही ग्रामीण इलाके में संचालित हो रहे हैं.
राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) की रिपोर्ट के अनुसार शहरी क्षेत्रों से अधिक बैंक शाखाएं ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्र में स्थापित हो चुकी हैं. लेकिन अगर एटीएम सेवाओं पर गौर करें, तो अब भी शहरी क्षेत्रों के मुकाबले कम हैं.
रिपोर्ट के अनुसार सूबे में बैंक शाखाओं की कुल संख्या 7620 में से 5998 शाखाएं ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्र में संचालित हैं.
वहीं एटीमए की संख्या 6546 है. इसमें से केवल 1321 एटीएम ग्रामीण तथा 1935 अर्धशहरी इलाके में संचालित हैं. शहरी क्षेत्र में बैंक की शाखाएं 1622 हैं.
वहीं, एटीएम की संख्या 3290 है. सूबे में एटीएम कार्डधारकों की संख्या 6,25,69,328 है. जहां तक पटना जिले का सवाल है, तो एटीएम की कुल संख्या 1485 है और बैंक शाखाओं की संख्या 924 है.
इनमें शहरी क्षेत्र में 543 और अर्धशहरी क्षेत्र में 165 और ग्रामीण इलाके में 216 बैंक की शाखाएं है.
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि कुल जनसंख्या का 65 फीसदी जनता गांवों में रहती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 19 फीसदी ही एटीएम हैं.
अगर डिजिटल इंडिया अभियान को सफल बनाना है, तो गांवों में अधिक-से-अधिक एटीएम लगाना होगा.
Posted by Ashish Jha
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