Bihar Corona News: बिहार में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना टीके की बूस्टर डोज ले जुके व्यक्ति भी संक्रमित हो रहे है. हालांकि किसी भी सरकारी अस्पताल में कोरोना जांच के बाद बूस्टर डोज ले चुके संक्रमित मरीजों का रिकॉर्ड नहीं रखा जा रहा है. बता दें कि कोरोना संक्रमित की पहचान को लेकर रैंडम जांच रिपोर्ट तुरंत दी जाती है. वहीं, आरटीपीसीआर रिपोर्ट तीन दिन के बाद भी कई संक्रमितों को उपलब्ध नहीं करायी जा रही है.
बिहार में बुधवार तक कोरोना टीके की मात्र 37.17 लाख बूस्टर डोज ही दी जा सकी है. जबकि राज्य में 6.20 कोरोड़ से अधिक टीके की दूसरी खुराकें दी जा चुकी है. कोरोना टीका की बूस्टर डोज बेहद कम दिये जाने के कारण संक्रमण के मौजूदा दौर में टीके की पहली और दूसरी डोज लेने वालों के भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है. फिरहाल सरकारी कार्यालय हो या निजी प्रतिष्ठान कहीं भी संक्रमण से बचाव और जागरुकता को लेकर कोई उपाय नहीं किये जा रहे है.
स्वास्थ्य विभाग के रिपोर्ट के अनुसार बिहार में दस दिन के अंदर करीब दो हजार संक्रमित मिले है. राज्य में औसतन प्रतिदिन 197 नए संक्रमित मिल रहे है. पटनाा और भागलपुर में पिछले पांच दिनों में सर्वाधिक नए कोरोना संक्रमित पाये गये है. दो जुलाई को पटना में 147 तो 6 जुलाई को 17 नए संक्रमित मिले. जबकि भागलपुर में 2 जुलाई को 10 और 6 जुलाई को 23 नए संक्रमित मिले.
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बिहार की राजधानी पटना सहित चार जिलों में कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक है. विशेष रूप से दूसरे प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की संख्या जिन जिलों में ज्यादा है. वहा कोरोना संक्रमण ज्यादा पाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के जारी आकड़ों के अनुसार, बिहार में बुधवार तक कोरोना के कुल 1389 एक्टिव मरीज इलाजरत है. इनमें पटना में सर्वाधिक766 सक्रिय मरीज है. वहीं, भागलपुर में 127, बांका में 43 व गया में 45 सक्रिय मरीज हैं. दरभंगा में 32, मुजफ्फरपुर में 26 सक्रिय मरीज है.