कैमूर में ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार मां-बेटे की मौत, भीड़ ने ट्रक में लगाई आग, तीन घंटे जाम रहा NH 2
कैमूर के मोहनिया शहर के पटना मोड़ के समीप शहीद स्थान के समीप शनिवार को ट्रक के धक्के से बाइक सवार मां-बेटे की मौत हो गयी. वहीं, इस घटना में पिता गंभीर रूप से जख्मी हो गए है.
कैमूर के मोहनिया शहर के पटना मोड़ के समीप शहीद स्थान के समीप शनिवार को ट्रक के धक्के से बाइक सवार मां-बेटे की मौत हो गयी. वहीं, इस सड़क दुर्घटना में पिता गंभीर रूप से जख्मी हो गए है. गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए स्थानीय लोग अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे रेफर किया गया. मृतकों में बेलौडी गांव निवासी बलिस्टर कुरैशी की 32 वर्षीय पत्नी कुशनरा बेगम व सात वर्षीय बेटा एहसान कुरैशी है. इस घटना में 38 वर्षीय बलिस्टर कुरैशी गंभीर रूप से घायल हो गये.
इधर, दुर्घटना से नाराज लोगों ने घटनास्थल पर ही शव को रख एनएच दो को जाम कर उपद्रव किया. इस दौरान सड़क निर्माण कंपनी के एक कर्मी की जमकर पिटाई कर दी. वहीं, दुर्घटना में शामिल ट्रक में आग लगा दी. घटना की जानकारी मिलने क के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग पुलिस की बात मानने को तैयार नहीं थे. हालांकि, अथक प्रयास के बाद मृतक के परिजनों को मुआवजा व नौकरी की मांग के आश्वासन पर लोगों ने शव को उठाने दिया. इसके बाद जाम हटा और वाहनों का परिचालन शुरू हुआ.
पत्नी के इलाज के लिए जा रहे थे
जानकारी के अनुसार, बेलौड़ी गांव के बलिस्टर कुरैशी अपनी गर्भवती पत्नी और आठ वर्षीय बच्चे के साथ मोहनिया के निजी अस्पताल में पत्नी को इलाज कराने के लिए बाइक से आ रहे थे. एनएच दो के डायवर्सन पर शहीद स्थान के समीप पीछे से आ रहे ट्रक ने धक्का मार दिया, जिससे पति-पत्नी और पुत्र सड़क पर गिर गये. इसके बाद ट्रक तीनों को रौंदते हुए निकल गया. इस दौरान घटनास्थल पर ही पत्नी और पुत्र की मौत हो गयी और पति का एक पैर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
लोगों ने जमकर मचाया उपद्रव
हादसे की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को हुई तो गुस्साए लोग मौके पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे. सबसे पहले एनएच 2 के दोनों तरफ डायवर्सन पर बैरियर लगा कर सड़क को अवरुद्ध कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने हादसे वाले ट्रक में तोड़फोड़ शुरू कर दी. जैसे ही पुलिस ट्रक चालक को लेकर जाने लगी. इसी बीच लोग आक्रोशित हो गये और चालक को पुलिस से छीन कर उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी. यह देख लोगों व पुलिस पदाधिकारी के अथक प्रयास से उसे लोगों के बीच से निकालकर थाने ले जाया गया. लेकिन जब लोग शांत नहीं हुए तो उन्होंने ट्रक में आग लगा दी.
सड़क निर्माण में लगे एक कर्मी की भी पिटाई
इधर, सड़क निर्माण में लगे एक कर्मी द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था, जिसे देख लोग आक्रोशित होकर जमकर पिटाई कर दी. उसे किसी तरह लोगों के बीच से हटा कर अनुमंडलीय अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया. लेकिन, स्थिति गंभीर देखते हुए भभुआ सदर अस्पताल भेजा गया. घायल कर्मी बारे गांव निवासी वकील राम का पुत्र राधन राम बताया जाता है.
उपद्रवियों को पुलिस ने खदेड़ा
इधर, सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी ललन कुमार लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. इधर, ट्रक में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलायी गयी. जैसे ही गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाई जा रही थी, लोग आक्रोशित हो गये और पथराव करने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने लोगों को खदेड़ दिया. लेकिन गुस्साई भीड़ के आगे पुलिस बेबस नजर आई और ट्रक पुलिस के सामने जलती रही. हालांकि, कुछ देर बाद आग बुझाने का काम शुरू हुआ, तब तक ट्रक पूरी तरह जल चुका था
तीन घंटे तक लगा रहा जाम
मोहनिया के शहीद स्थान के समीप सड़क दुर्घटना में मां-बेटे की मौत के बाद नाराज लोगों ने करीब तीन घंटे तक सड़क को जाम रखा. इसके कारण एनएच दो के दोनों तरह वाहनों की लंबी लाइन लगी रही और लोग परेशान रहे. करीब ढाई बजे जाम का सिलसिला लगा तो करीब 5:30 बजे जाम हटा, तब जाकर वाहनों का आवागमन शुरू हुआ. लोगों का कहना था कि एनएचएआइ द्वारा तत्काल नाला व सड़क का निर्माण, मृतक को मुआवजा व मृतक के परिजन को एक नौकरी दे. इधर, प्रावधान के तहत मृतक के परिजन को तत्काल 20-20 हजार रुपये बीडीओ द्वारा आर्थिक मदद दी गयी. वहीं मांग को पूरा करने के आश्वासन पर जाम को हटाया गया.