बिहार: मां ने अपनी नाबालिग बेटी को एक लाख रुपये में बेचा, छह गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
आरोपित महिला पर पैसे के बदले दूसरी लड़कियों की शादी करवाने के पहले से आरोप हैं. जब यह पता चला कि वह अपनी बेटी की शादी करवा रही है, तो इस पर संदेह पैदा हुआ. इस बारे में चाइल्ड हेल्पलाइन को जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस और बचपन बचाओ आंदोलन को यह जानकारी दी गयी.
बिहार के मधुबनी स्थित मधेपुर में एक मां को अपनी 14 वर्षीय बेटी को शादी के लिए एक लाख रुपये में 31 वर्षीय व्यक्ति के हाथों बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में मधेपुर पुलिस ने आरोपित मां सहित छह आरोपितों के खिलाफ बाल विवाह निषेध अधिनियम- 2006 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है.
मंदिर में थी शादी करवाने की तैयारी
आरोपितों में दूल्हा, उसके पिता और रिश्तेदार, पुजारी के साथ बिचौलिये भी शामिल हैं. इस शादी को मधेपुर स्थित एक मंदिर में करवाये जाने की तैयारी थी. इस बाल विवाह के बारे में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी की ओर से स्थापित बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) और एनजीओ सर्वो प्रयास संस्थान ने बिहार पुलिस को जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की.
पति से अलग रह रही थी महिला
इस मामले की जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि आरोपित 40 वर्षीय मां संगीता देवी अपने पति से अलग होकर नाबालिग बेटी के साथ मधेपुर में रह रही थी. उस पर पहले से ही पैसे के बदले दूसरी लड़कियों की शादी करवाने के आरोप हैं. जब यह पता चला कि वह अपनी बेटी की शादी करवा रही है, तो इस पर संदेह पैदा हुआ. इस बारे में चाइल्ड हेल्पलाइन को जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस और बचपन बचाओ आंदोलन को यह जानकारी दी गयी.
Also Read: पटना में पत्नी ने की आत्महत्या, तो पति ने शव को बोरे में बांधकर गंगा नदी में फेंका, जानें फिर क्या हुआ…
एमपी का रहने वाला है दूल्हा
एफआइआर के मुताबिक मध्य प्रदेश के सागर जिला निवासी आरोपित दूल्हे की उम्र 31 साल है. इसके अलावा इस शादी के लिए वर पक्ष ने नाबालिग लड़की की मां को एक लाख रुपये दिये थे. इस मामले में यह बात भी सामने आयी है कि लड़की के पिता रामेश्वर मंडल ने उसकी जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया. उन्होंने दावा किया कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. नाबालिग को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया. इसके बाद उसे सुरक्षित बालिका गृह भेज दिया गया.