मोतिहारी के कोटवा PHC ने झाड़ियों में फेंका लाखों की महंगी दवा, लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल किया वीडियो
Bihar News: फेंके गए दवाओं में इंजेक्शन,आयरन फॉलिक एसिड, प्रेगनेंसी कीट, दमा की दवा, एंटीबायोटिक गर्भधारण रोकने सहित कई महत्वपूर्ण और जीवनरक्षक दवा है.
Bihar News: बिहार के मोतिहारी जिले के कोटवा प्रखंड पीएचसी में लाखों रुपये की महंगी दवा झाड़ियों में फेंका गया है. फेके गए सभी दवाओं की वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा. कहा जा रहा है कि कोटवा PHC अस्पताल के बगल में लगी झाड़ी में लाखों की जीवन रक्षक दवा फेंकी गई है. स्थानीय लोगों ने झाड़ी में फेंकी गई सभी दवाओं का वीडियों बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है. झाड़ी में फेंकी गई महंगी दवा स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था का पोल खोल दी है. फेंके गए दवाओं में इंजेक्शन,आयरन फॉलिक एसिड, प्रेगनेंसी कीट, दमा की दवा, एंटीबायोटिक गर्भधारण रोकने सहित कई महत्वपूर्ण और जीवनरक्षक दवा है.
मोतिहारी जिले में दावा फेके जाने की ये पहली घटना नही है, जिले के तुरकौलिया पीएचसी में कुछ ही महीने पूर्व शौचालय की टंकी में लाखों की दवा फेंकी गई थी. जिसकी जांच के नाम पर कोई करवाई आज तक नहीं हुई. तबतक कोटवा पीएचसी में लाखों की दवा झाड़ी में फेकने का मामला जिला में चर्चा का विषय बना हुआ है. स्थानीय सूत्रों की मानें तो पीएचसी में लोगों का फर्जी डाटा इंट्री कर इलाज किया जाता है. कागज में ही दवा निर्गत कर दिया जाता है.
इस करतूत में जब दवाएं अस्पताल के भंडार में अतिरिक्त भंडारण हो जाती है तो उसे दबाने के लिए यत्र-तत्र फेंकवा दिया जाता है. हालांकि दवा एक्सपायर होने की स्थिति में विभाग से निर्देश प्राप्त कर विनष्ट करना होता है. लेकिन फेंके गए दवाओं में कई दावा की अभी तो एक्सपायरी भी नहीं हुई है. फिर जिस दावा को जीवनरक्षक के रूप में मरीजों को दिया जाता है, जिसे सरकार के द्वारा काफी बजट देकर खरीदारी की जाती है, उस दवा को झाड़ियों में फेंक दिया जाना जांच का विषय है.
विभिन्न स्रोतों से लगातार धमकी दी जा रही है. इस संबंध में थाना को कार्रवाई के लिये आवेदन भी दिया गया था परन्तु थाना द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, इसी से गलत करने वालों का मनोबल बढ़ता जा रहा. अस्पताल में गार्ड के रहने के बाद भी स्टोर से कैसे दवा झाड़ी में फेंकी गई है यह जांच का बिषय है जांचोपरांत दोषी के विरुद्ध कड़ी करवाई की जाएगी.
पुर्वी चम्पारण सिविल सर्जन अंजनी कुमार ने कहा त्रिसदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है, साथ ही कोटवा PHC के चिकित्सा प्रभारी से जांच प्रतिवेदन की मांग की गई है. दोषियों पर जांचोपरांत करवाई की जाएगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha