आयोग के निर्देश पर नगर परिषद से नगर निगम बने मोतिहारी के वार्डों में आरक्षण श्रेणी के लिए गठित टीम वार्ड वार अंतिम रूप देने में जुटी है. वैसे सरकार बदलने के साथ नगर निगम क्षेत्र में समीकरण भी उलट फेर हो रहा है. हर जगह यही चर्चा है कि वार्ड के साथ मेयर व उपमेयर आरक्षण के किस श्रेणी में आयेगा. अब तक जो रिपोर्ट छनकर आयी है, उसके अनुसार नगर निगम के 46 वार्ड में पांच वार्ड को अनुसूचित जाति के श्रेणी में रखा गया है, जबकि नौ वार्ड पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में होगा. शेष 32 वार्ड अनारक्षित हो सकते है. आरक्षण श्रेणी का प्रकाशन भी शीघ्र होगा.
आरक्षण श्रेणी को ले स्थानीय अधिकारी से लेकर आयोग तक के अधिकारी जुटे हुए है. सूत्रों से मिली जानकारी व आयोग के नियमानुसार पिछली बार नगर परिषद में सभापति का पद पिछड़ा श्रेणी महिला के लिए आरक्षित था. ऐसे चर्चा है कि नवगठित नगर निगम या नगर परिषद के प्रथम चुनाव में उच्च अनारक्षित होता है. वैसे जानकारों का यह भी कहना है कि पिछली बार पिछड़ा श्रेणी महिला के लिए था, जो नये पंचायत शामिल हुए है, उसमें भी पिछड़ा की श्रेणी कम नहीं है. ऐसे में अभी मेयर, उपमेयर के आरक्षण को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. स्थानीय स्तर के अधिकारियों के मुहर के बाद आयोग की मुहर ही अंतिम मानी जाएगी. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आरक्षण सूची को आयोग को भेजा जायेगा. आयोग की मुहर ही अंतिम होगी.
अनुसूचित जाति : वार्ड 44, 46, 41, 08, 06
पिछड़ा वर्ग : वार्ड 07, 09, 10, 12, 15, 16, 17, 19, 40 आदि
अनारक्षित वार्ड : 43, 36, 24, 18, 05, 45, 04, 25, 31, 13, 32, 33, 11, 01, 02, 35, 23, 21, 22, 37, 42, 03, 39, 34, 20, 14, 26, 29, 30, 27, 28, 38