100 में 19 ग्रामीण डाक सेवकों के प्रमाण पत्र फर्जी निकले

जाली अंक पत्र प्रस्तुत कर ग्रामीण डाक सेवकों की नौकरी पाने वाले 19 व्यक्तियों पर डाक महा अध्यक्ष पूर्वी ने प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 11:00 PM

माेतिहारी.जाली अंक पत्र प्रस्तुत कर ग्रामीण डाक सेवकों की नौकरी पाने वाले 19 व्यक्तियों पर डाक महा अध्यक्ष पूर्वी ने प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है. साथ ही डिविजनल मीटिंग में दर्ज किये गये प्राथमिकी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, जिसके आलोक में चंपारण प्रमंडल के चारों डाक निरीक्षक ने इन सभी पर अलग-अलग थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. चंपारण डाक प्रमंडल के डाक अधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार आदित्य ने बताया कि जुलाई 2023 में ग्रामीण डाक सेवक के 100 पदों पर बहाली निकाली गयी थी, जिसमें अधिकतर अभ्यर्थी का जम्मू काश्मीर बॉर्डर और रविन्द्र ओपनिंग बेस्ट बंगाल का अंक पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसमें कई अभ्यर्थियों का चयन हुआ. सर्टिफिकेट सत्यापन के दौरान 19 अभ्यर्थियों का अंक पत्र जाली पाया गया, जिसमें 16 अभ्यर्थियों का अंक पत्र जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड तथा तीन अभ्यर्थियों का ओपन स्कूलिंग वेस्ट बंगाल के है. जम्मू एंड कश्मीर के अंक पत्र में सभी के समान्य अंक तथा एक ही रौल कोड नंबर है. कमोवेश यही ओपन स्कूलिंग वेस्ट बंगाल के है, जोचोपरांत इन सभी के अंक पत्र फर्जी निकले, जिसके बाद उन पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया. जिसके अंतर्गत इंसपेक्टर पीटू कुमार, अरविंद कुमार रमण, आशुतोष कुमार तथा पंकज कुमार पंकज ने जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया. इधर डाक अधीक्षक ने बताया कि डाक महाध्यक्ष पूर्वी परिमल कुमार ने आगामी डीविजनल मीटिंग में दर्ज प्राथमिकी की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. 2015 में फर्जी प्रमाण पत्र को ले 30 डाक सेवकों पर हुई थी प्राथमिकी वर्ष 2015 में सुपर थर्टी के तहत डाक सेवकों की बहाली की गयी थी, जिसमें 30 डाक सेवकों का मध्यमा प्रमाण पत्र जाली पाया गया था, उनमें 28 के खिलाफ बर्खास्त करते हुए उन पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. एक अन्य महिला कर्मी की मौत हो गयी. वहीं एक पर विभागीय कार्रवाई चल रहा है. शीघ्र ही उन पर भी कार्रवाई होगी. डाक अधीक्षक ने बताया कि इन सभी का रौल कोड एवं अंक पत्र एक ही जैसा था. सत्यापन के बाद वह फर्जी निकला था.

इन पर दर्ज हुआ प्राथमिकी

मिथिलेश कुमार, मनदीप कुमार, दुबे, हरिओम कुमार मुखिया, रिसू कुमार, डिपांशु कुमार दुबे, उत्सव कुमार, प्रकाश माझी, नेहा प्रियदर्शी, खुशी कुमारी, नीतेशनाथ तिवारी, विभा कुमारी, शिवानी कुमार, लक्ष्मण कुमार, गोलू कुमार, राकेश कुमार त्रिपाठी, रत्नेश दुबे तथा सोनम कुमारी के नाम शामिल है. इसके पूर्व रविरंजन कुमार को जेल भेजा जा चुका है.

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