अप्रैल माह में 596 घर जले, छह की मौत
अप्रैल माह में करीब 596 घर जले. सर्वाधिक 155 घर संग्रामपुर में जले, तो सिकरहना के कुण्डवा चैनपुर गोरीगावा में 50 से अधिक घर जले.
मोतिहारी.भीषण गर्मी व तेज पछुआ हवा के बीच प्रतिदिन धू-धू कर जले दर्जनों घर. आपदा विभाग पीड़ितों की सहायता के लिए अपने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई में पीछे नहीं हटा. विभागीय आंकड़ों पर गौर करे तो अप्रैल माह में करीब 596 घर जले. सर्वाधिक 155 घर संग्रामपुर में जले, तो सिकरहना के कुण्डवा चैनपुर गोरीगावा में 50 से अधिक घर जले, जहां एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गयी. आश्रितों को चार-चार लाख की मुआवजा राशि भी भुगतान कर दी गयी. अग्निपीड़ितों में नगद अनुदान, वस्त्र, बर्तन के लिए अनुदान, अग्नि से गृहक्षति अनुदान के लिए जिला से सभी अंचलों को करीब एक करोड़ की राशि विभिन्न मद में आवंटित कर दी गयी है. जिला आपदा प्रभारी प्रेमलता कुमारी ने बताया कि सभी तत्काल राहत वितरण का निर्देश दिया गया है. आग लगने से नगद अनुदान 67 लाख 70 हजार, गृहक्षति अनुदान 30 लाख, वस्त्र व नगद अनुदान 30 लाख का आवंटन अंचलों को किया गया है. जिले में 27 अंचल है. लापरवाह छह सीओ का वेतन बंद कर दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि खाते से राशि निकालकर शीघ्र पीड़ितों के बीच वितरण करें. अग्निपीड़ितों को चेक से राशि देनी है. ऐसे में सैकड़ों अग्निपीड़ितों ने अधिकारियों से फरियाद की है कि अग्निकांड में वस्त्राभूषण, खाद्यान्न के साथ पासबुक भी जल गये हैं. ऐसे में भुगतान नगद दिया जाए. इधर विभाग का कहना है कि पीड़ित व्यक्ति को अपने स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से खाता नंबर याद न हो तो मोबाइल नंबर का उल्लेख करते हुए बैंक में आवेदन करें. आवश्यकता पड़ने पर जनप्रतिनिधियों से सहयोग लें. खाता में अगर मोबाइल नंबर दिया गया है तो मोबाइल नंबर से खाता नंबर की पहचान होगी और दूसरा पासबुक बैंक इश्यू कर सकता है.
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