रक्सौल.प्रखंड क्षेत्र के पंटोका पंचायत स्थित भरतमही गांव में नोनियाडिह-भेलाही रोड पर स्थित एक कबाड़ दुकान में मंगलवार की शाम सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की टीम के द्वारा छापेमारी की गयी. गुप्त सूचना के आधार की गयी कार्रवाई के दौरान यहां सड़क के किनारे संजय चौरसिया के द्वारा संचालित एक कबाड़ से सैकड़ो बोरा में रखे गये जानवर की हड्डी बरामद की गयी है. एसएसबी की टीम के द्वारा छापेमारी के लिए पहुंचने के बाद इसकी सूचना हरैया ओपी को भी दी गयी, जिसके बाद हरैया ओपी के सब इंस्पेक्टर मदन सिंह भी दलबल के साथ पहुंचे. मिली जानकारी के अनुसार एसएसबी की गोपनीय विंग के द्वारा यहां अनाधिकृत रूप से जानवरों की हड्डी स्टॉक करके रखे जाने की खबर एसएसबी सिसवा कैंप की टीम को दी गयी थी. जिसके बाद एसएसबी सिसवा कैंप के पदाधिकारियों की टीम के द्वारा यहां कार्रवाई की गयी. इस छापेमारी से पहले सिसवा कैंप की टीम के द्वारा कैंप के पास से एक पीकअप को भी पकड़ा गया है, जिसपर जानवर की हड्डी से भरा हुआ, 70 से अधिक बोरा लोड था. वहीं एक दूसरे पिकअप पर लोडिंग के दौरान कबाड़ में छापेमारी हो गयी. पिकअप चालक राजन कुमार पासवान ने बताया कि संजय चौरसिया नामक व्यक्ति उसे धान लोडिंग के नाम पर भाड़ा पर लेकर आया था, यहां आने पर जानवर की हड्डी लोड करने लगा, तब तक एसएसबी की टीम ने छापेमारी कर दी. मौके पर मौजूद हरैया थाना के पुलिस पदाधिकारी मदन सिंह ने बताया कि अभी छापेमारी की कार्रवाई चल रही है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. एसएसबी के सब इंस्पेक्टर ने बताया कि अभी काउंटिंग की जा रही है, इसके बाद पूरी जानकारी दी जा सकती है. वहीं छापेमारी के बाद इस मामले को लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चा है. लोगों का कहना है कि, संजय चौरसिया के द्वारा यहां वर्षो से कबाड़ के आड़ में जानवरों की हड्डी का काम किया जा रहा था. वहीं छापेमारी के बाद से कबाड़ संचालक संजय चौरसिया फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम कोशिश कर रही है. यहां बता दें कि कुछ वर्ष पहले भी रक्सौल के कोइरीया टोला में जानवर की हड्डी का कारोबार चल रहा था, जिसपर एसएसबी की टीम ने छापेमारी की थी.
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