थानेदार का माफिया से सांठगांठ का खुलासा, मोतिहारी SP ने की ये कार्रवाई

Action Against Corrupt Motihari SHO: बिहार के मोतिहारी जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सख्त नीति के तहत बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान पर कड़ी कार्रवाई की है.

By Anshuman Parashar | January 17, 2025 4:11 PM
an image

Action Against Corrupt Motihari SHO: बिहार के मोतिहारी जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सख्त नीति के तहत बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान पर कड़ी कार्रवाई की है. गुरुवार, 16 जनवरी 2025 को उन्हें निलंबित कर दिया गया. उन पर शराब और ड्रग्स माफिया से सांठगांठ के गंभीर आरोप हैं. साथ ही उनकी संपत्ति की गहन जांच का आदेश भी दिया गया है.

क्यों हुई यह कार्रवाई?

मामला इंद्रजीत पासवान के रामगढ़वा थानाध्यक्ष रहते हुए एक पुराने केस से जुड़ा है. उस दौरान उन्होंने दो बाइक सवार तीन व्यक्तियों को चरस के साथ गिरफ्तार किया था. कांड संख्या 277/23 के तहत मामला दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया. मामले की जांच पूरी कर केस डायरी अदालत में सौंप दी गई थी.

अदालत में पलटा पासवान का बयान

NDPS कोर्ट ने केस संख्या 10/24 में इंद्रजीत पासवान को अन्य गवाहों के साथ तलब किया था. कोर्ट में उन्हें चरस तस्कर की पहचान करनी थी, लेकिन उन्होंने पहचानने से इनकार कर दिया. इस पर सरकारी वकील ने पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को लिखित शिकायत दी.

SP की सख्त कार्रवाई

सरकारी वकील की शिकायत पर SP स्वर्ण प्रभात ने इंद्रजीत पासवान को निलंबित कर दिया. साथ ही मोतिहारी हेडक्वार्टर के DSP को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है. SP ने कहा कि निलंबित थानाध्यक्ष की संपत्ति की भी जांच की जाएगी. यदि उनकी संपत्ति आय से अधिक पाई गई, तो उसे जब्त कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़े: भागलपुर पुलिस ने लुधियाना से पकड़ा 25 हजार का इनामी अपराधी, 14 गंभीर मामलों में वांटेड

मोतिहारी में चर्चा का विषय

SP स्वर्ण प्रभात का यह एक्शन जिले में कानून-व्यवस्था की बेहतरी के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह कार्रवाई पुलिस विभाग के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. स्थानीय लोगों और पुलिस विभाग में यह मामला चर्चा का केंद्र बना हुआ है.

Exit mobile version