जांच के बाद किसान को मिलेगा रिपोर्ट कार्ड

किसान खरीफ खेती मृदा स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट पर वैज्ञानिक तकनीक से खेती करेंगे. चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 27 प्रखंड में 25 हजार 319 नमूना संग्रह करने का लक्ष्य तय हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 29, 2024 10:19 PM

मोतिहारी.जिले के किसान खरीफ खेती मृदा स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट पर वैज्ञानिक तकनीक से खेती करेंगे. चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 27 प्रखंड में 25 हजार 319 नमूना संग्रह करने का लक्ष्य तय हुआ है. मिट्टी का नमूना जिले के 1344 राजस्व गांव से संग्रह किया जाना है, जबकि चयनित गांवों की संख्या 1458 है. जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला द्वारा संग्रहित मिट्टी के नमूनों की जांच कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड निर्गत किया जाएगा, ताकि किसानों को उनके खेतों की मिट्टी की जानकारी मिले और वैज्ञानिक तकनीक से किसान खेती कर कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें. जिला कृषि कार्यालय परिसर स्थित जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला ने काम शुरू कर दिया है. जिला कृषि विभाग ने जिले के 1344 राजस्व ग्राम से मिट्टी संग्रह की जिम्मेवारी कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, एटीएम व बीटीएम को सौंपी है. वही नोडल पदाधिकारी को मिट्टी के नमूना संग्रहण कार्य की निगरानी का जिम्मा मिला है. सहायक निदेशक रसायन कुणाल कुमार राय ने कहा कि विभाग के प्राप्त लक्ष्य के आलोक में शत्-प्रतिशत टारगेट प्राप्ति को ले मिट्टी जांच के लिए नमूना संग्रह का कार्य शुरू कर दिया गया. मिट्टी जांच नमूना संग्रह का प्रखंडवार टारगेट विभाग से प्राप्त लक्ष्य का प्रखंडवार विखंडन करते हुए सभी प्रखंडों को चयनित राजस्व ग्राम से मिट्टी नमूना संग्रह करने का टारगेट दिया गया है. इनमें मेहसी को 793, मोतिहारी 1280, पहाड़पुर 992, पताही 930, आदापुर 1071, चकिया 1134,अरेराज 868, बंजरिया 793,पकड़ीदयाल 540,बनकटवा 620,छौड़ादानों 930, फेनहारा 360, चिरैया 1495, पीपराकोठी 360, ढाका 1495,रामगढ़वा 992,घोडासहन 868, रक्सौल 793,हरसिद्धि 1197,संग्रामपुर 868,केसरिया 1071, सुगौली 992,कोटवा 992,तेतरिया 540, मधुबन 793,तुरकौलिया 992 मिट्टी सैंपल संग्रह करने का लक्ष्य दिया गया है. मिट्टी के 12 पैरामीटर की होगी जांच प्रखंडवार राजस्व ग्राम से मिट्टी के नमूना संग्रह के बाद मिट्टी में पाए जाने वाले सभी 12 पैरामीटर की जांच होगी. इनमें मिट्टी का पीएच मान, मैगनीज, आयरन, जिंक, कॉपर, बोरान, सल्फर, पोटेशियम, फास्फोरस, नाइट्रोजन व आर्गेनिक कार्बन की जांच की जाएगी. मिट्टी की जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड निर्गत किया जाएगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version