मोतिहारी.पूर्वी चंपारण जिला में करीब एक लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड अस्वीकृत कर दिया गया है. इसके पीछे नाम-पता में गड़बड़ी सहित अन्य कारण बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिला में करीब 11 लाख 20 हजार लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है, जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड अस्वीकृत किये गये है, उनमें राशन कार्ड के नाम-पता में गड़बड़ी है. कुछ लोगों के पिता एवं पति के नाम में गड़बड़ी होने के कारण अस्वीकृत कर दिया गया है. वे लोग अपना-अपना कार्ड आदि में सुधार करा लें, तो वह कार्ड मान्य हो जायेगा. बताया जाता है कि किसी भी व्यक्ति के पास राशन कार्ड होगा, उसका आयुष्मान कार्ड बन सकता है. पुराने नियम में ऐसा था कि जिसका कार्ड 2011 में बना था, उसका ही मान्य होता था, लेकिन नये नियम के अनुसार जिनके पास कार्ड होगा, उनका आयुष्मान कार्ड बन सकता है. ऐसे बनवायें आयुष्मान कार्ड आयुष्मान कार्ड जिले के वसुधा केंद्र या पंचायत भवन में अपना राशन कार्ड लेकर जाए. संबंधित सहायक कार्यपालक से मिलकर अपना सही-सही नाम पता अंकित कराकर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं. इसके अतिरिक्त घर बैठे एप के माध्यम से या फिर ऑनलाइन इसे बनवा सकते हैं. यह कोई भी व्यक्ति बनवा सकता है, जिसके पास राशन कार्ड हो. आयुष्मान कार्ड बनवाने में पूर्वी चंपारण जिला छठे स्थान पर पूर्वी चंपारण जिला 11 लाख 20 हजार आयुष्मान कार्ड बनाकर बिहार में छठे स्थान पर पहुंच गया है. लगातार आयुष्मान कार्ड बनाने का सिलसिला जारी है. बिना राशन कार्ड का इनका बन सकेगा आयुष्मान कार्ड नये नियम के अनुसार आशा, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका का बिना राशन कार्ड का आयुष्मान कार्ड बन सकता है. इसका लाभ उठा सकते है. क्या कहते हैं अधिकारी जिले में लक्ष्य को और आगे बढ़ाना है. जयंत कुमार,समन्वयक, आयुष्मान भारत
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