गर्भवती महिलाओं की हुईं गोद भराई रस्म
मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्देश्य व गर्भवती माताओं को कुपोषण से बचाने के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में गर्भवती महिलाओं का गोद भराई कार्यक्रम आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को आयोजित किया गया.
मोतिहारी. मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्देश्य व गर्भवती माताओं को कुपोषण से बचाने के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में गर्भवती महिलाओं का गोद भराई कार्यक्रम आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को आयोजित किया गया. इस दौरान गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की देखभाल को लेकर कई जानकारियां भी दी गई. गोद भराई का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दिनों में बेहतर पोषण की जरूरत के बारे में गर्भवती महिलाओं को अवगत कराना है. माता एवं गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य एवं प्रसव के दौरान होने वाली संभावित जटिलताओं में कमी लाने के लिए गर्भवती के साथ परिवार के लोगों को भी अच्छे पोषण पर ध्यान देना चाहिए. बेहतर पोषण एक स्वस्थ बच्चे के जन्म में सहायक होने के साथ गर्भवती महिलाओं में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी भी लाता है. आईसीडीएस डीपीओ कविता कुमारी ने बताया कि गोदभराई रस्म सेविका द्वारा उस पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिला को प्रेरणा के लिए किया जाता है. तथा उसको फल के अलावे अन्य सामान दिया जाता है तथा बच्चे को कैसे स्वस्थ्य रखा जाए. इसके सबंध उसके परिजनों को समझाया व जागरूक किया जाता है.
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