Bihar News: बिहार के मोतिहारी शहर की वायु गुणवत्ता दिन पर दिन गिरती जा रही है. मंगलवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 258 तक पहुंच गया, जो कि राजधानी पटना के 218 के सूचकांक से भी अधिक है. विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण से लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है और संक्रमण के मामलों में इजाफा हो सकता है.
धूल और धुएं से बिगड़ रही है स्थिति
शहर की सड़कों पर उड़ रही धूल और वाहनों से निकलने वाला धुआं, प्रदूषण के प्रमुख कारण बन रहे हैं. लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते हवा में धूल और जहरीले कण घुल गए हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह और शाम के समय हवा और भी भारी महसूस होती है.
स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर
विशेषज्ञों के मुताबिक, इतनी खराब वायु गुणवत्ता के चलते सांस संबंधी बीमारियां, एलर्जी, अस्थमा और हृदय रोगों का खतरा बढ़ गया है. अस्पतालों में संक्रमण और सांस की दिक्कतों की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है.
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समय रहते कार्रवाई की जरूरत
स्थानीय प्रशासन को वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव, वाहनों के उत्सर्जन को नियंत्रित करना और निर्माण स्थलों पर कड़ी निगरानी जैसी योजनाओं पर अमल करना होगा. शहरवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। समय पर कदम न उठाए गए तो मोतिहारी के लोगों को लंबे समय तक इस गंभीर स्थिति का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।