घोड़ासहन .थाना क्षेत्र के ललुआ गांव में स्कूल के निकट से 27 अगस्त की सुबह पुलिस द्वारा निमोइया निवासी रामजी साह के 22 वर्षीय पुत्र विकास कुमार की शव बरामद की गयी थी. विकास की गला रेत कर व चाकू गोंदकर हत्या की गयी थी. पुलिस को उसका शव खून से सनी बन्द बोरे में साइकिल पर लदी हुई मिला था. मृतक की हत्या करने के बाद अपराधी उसका मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए. इधर, घटना के करीब 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को अबतक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. उक्त हत्या की घटना को लेकर मृतक के बड़े भाई आकाश कुमार द्वारा अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी हैं. घटना के दिन श्वान दस्ता व एफएसएल की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठा किया था. लेकिन उक्त जांच में भी कोई खास सफलता हाथ नहीं लग सकी. पुलिस ने मामले में अबतक करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन नतीजा शून्य है. फलस्वरूप हत्याकांड की गुत्थी अबतक नहीं सुलझ सकी है. हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से अभी भी दूर है. अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मृतक के भाई आकाश कुमार ने बताया कि घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस पता नही लगा पाई है कि आखिर उनके भाई की मौत कैसे हुई. उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि वे मामले की जांच की मांग की है. क्या कहते हैं अधिकारी मोबाइल का सीडीआर व व्हाट्सएप कॉलिंग का डेटा निकाला गया है, लेकिन उससे कोई नतीजा नहीं निकला सका है. पुलिस अब इंस्टाग्राम, स्नैपचैट व इंटरनेट कॉल का डिटेल निकालने में जुटी हुई है. इसके लिए विभाग के द्वारा अमेरिका से रिपोर्ट मंगाने के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही हत्याकांड में शामिल सभी बदमाश पुलिस गिरफ्त में होंगे. अशोक कुमार, एसडीपीओ, सिकरहना
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है