पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव, 18 तक कोल्ड-डे जैसा मौसम

हिमालय पर जमकर हुई बर्फबारी के साथ पश्चिमी विक्षोभ के कारण नेपाल सीमावर्ती पूर्वी चंपारण समेत पूरे उत्तर बिहार में फिर से ठंड सक्रिय हो उठा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 14, 2025 10:14 PM

मोतिहारी.हिमालय पर जमकर हुई बर्फबारी के साथ पश्चिमी विक्षोभ के कारण नेपाल सीमावर्ती पूर्वी चंपारण समेत पूरे उत्तर बिहार में फिर से ठंड सक्रिय हो उठा. सर्द हवा व कोहरा के साथ शीतलहर चलने से लोग परेशान हैं. घने कोहरे के साथ चल रहे कोल्ड वेब के कारण वाहनों के परिचालन पर भी गंभीर असर पड़ा. मंगलवार को सूर्यदेव के दर्शन दोपहर बाद थोड़ी देर के लिए हुए. ऐसे में लोग अपने घरों में दुबके रहे. बहुत जरूरी काम से जो बाहर निकले वह गर्म कपड़ों से खुद को ढके हुए दिखे.

सर्द पछुआ हवा में नमी सामान्य दिनों की तुलना में अधिक होने से ठंड का असर कम नहीं हुआ. दिनभर हवा चलने के कारण रात में ठंड ने लोगों को कंपकपा दिया. मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से ही हवा में नमी अधिक हो गयी है. ठंड भी बढ़ने का यही कारण है. ठंड और बढ़ने के आसार हैं. शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. मौसम विभाग की ओर से तड़के मॉर्निंग वॉक पर जाने और देर रात यात्रा करने वालों के लिए चेतावनी जारी की गयी है. आगे भी सुबह में कुहासा ये रहने की संभावना है.मौसम विशेषज्ञ की माने तो जैसे-जैसे रात का तापमान नीचे जा रहा है, पाला पड़ने की संभावना बढ़ गयी है.

पाला से फसलों को बचाने के लिए उसमें सिंचाई करने की आवश्यकता है. पाला पड़ने की वजह से फसलों की कोशिकाओं में मौजूद पानी जमकर बर्फ बन जाता है जिससे कोशिका की दीवारें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. पाला का सबसे ज्यादा असर सब्जियों, पपीता, आम, अमरूद पर होता है.

मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बने रहने से तापमान थोड़ा बढ़ता भी है, तब भी ठंड का असर 18 जनवरी तक इसी तरह रहने की संभावना है. यहां शहर के बीच व चारों ओर झील व जिले के पूर्वी व पश्चिमी दिशा में नदी होने के कारण ठंड के दौरान धुंध और कोहरे का असर तेज रहता है. हवा में नमी की मात्रा अधिक होने धुंध लगातार बनी हुई है.

नहाते समय सीधे सिर पर पानी न डालें, ठंड में रक्त संचार जरूरी

वरीय चिकित्सक डाॅ आशुतोष शरण ने इस मौसम में नहाते समय सीधे सिर पर पानी न डालने और हृदय, सांस और दूसरे रोगियों को ठंड से विशेष रूप से बचने की सलाह दी है. सुबह जब जगें, तो कमरे से बाहर अचानक न निकलें. गर्म कपड़े पहनें और हल्की कसरत करें. कमरे में ही दौड़ने वाली कसरत कर सकते हैं. जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जाती है शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है. ऐसे में शरीर को ज्यादा भोजन की जरूरत भी महसूस होती है. डाॅ पुष्कर कुमार ने बताया कि शरीर को गर्माहट देने के साथ पैदल चलने का सबसे बड़ा फायदा रक्त संचार को मिलता है. नियमित तौर पर पैदल चलने से ब्लड सर्कुलेशन अर्थात रक्त संचार बेहतर होता है. घर के अंदर ही 30 से 40 मिनट तक पैदल चल सकते हैं.

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