विराट रामायण मंदिर के निर्माण को पर्यावरण विभाग से मिला क्लीयरेंस
पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर कैथवलिया स्थित विराट रामायण मंदिर की नींव निर्माण का कार्य पूरा हो गया है. 3236 भू-गर्भ स्तंभ (पाइल) सौ फीट नीचे तक है.
मोतिहारी.पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर कैथवलिया स्थित विराट रामायण मंदिर की नींव निर्माण का कार्य पूरा हो गया है. 3236 भू-गर्भ स्तंभ (पाइल) सौ फीट नीचे तक है. मंदिर के ऊपर के निर्माण का कार्य टाटा इंजी. के सुपरविजन में कराया जा रहा है. इसकी निर्माण एजेंसी संटेक कंपनी है. अबतक मंदिर स्ट्रक्चर खड़ा करने में 300 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. शनिवार को रामायण मंदिर निर्माण कार्य निरीक्षण के उपरांत विराट रामायण मंदिर के सचिव सह पटना हनुमान मंदिर के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि विराट रामायण मंदिर का निर्माण आगामी 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है. जिसका उद्घाटन 2027 के रामनवमी के दिन करने की प्लानिंग है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर निर्माण को लेकर पर्यावरण विभाग से अनुमति मिल गयी है. वहीं महाबलीपुरम से 156 चक्का वाले ट्रक पर शिव लिंग लाने के लिए जिला प्रशासन ने चकिया से कैथवलिया तक रास्ते के कमजोर पुल-पुलिया व सड़कों को दुरुस्त करने को ले आश्वस्थ किया है. पूछने पर बताया कि मंदिर निर्माण पर 500 से एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. मंदिर कोष में अगले वर्ष तक खर्च करने के लिए राशि है. जरूरत पड़ने पर सहयोग लिया जायेगा. विश्व का सबसे बड़ा 33 फीट ऊंची शिवलिंग की होगी स्थापना
देश की सबसे ऊंची शिखर वाली विराट रामायण मंदिर होगी. जिसकी ऊंचाई करीब 270 फीट होगा. मंदिर में एक हजार आठ सहस्त्र लिंगम की स्थापना होगी. संसार का सबसे बड़ा शिव लिंग यहां स्थापित होगा. जो महाबलीपुरम से आयेगी. शिव लिंग की ऊंचाई करीब 33 फीट व गोलाई भी 33 फीट होगा.मंदिर में होंगे 2101 खंभा
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