कोल्ड डे की बनी स्थिति, बर्फीली हवा ने बढ़ाई ठंड
जिले में बर्फीली हवा चलने से सर्दी बढ़ गयी है. सोमवार को कोल्ड डे की स्थिति बनी रही. पूर्वी चंपारण का न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 9 डिग्री दर्ज की गयी.
मोतिहारी. जिले में बर्फीली हवा चलने से सर्दी बढ़ गयी है. सोमवार को कोल्ड डे की स्थिति बनी रही. पूर्वी चंपारण का न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 9 डिग्री दर्ज की गयी. पुरे दिन आसमान में धना कोहरा छाया रहा. तेज पछुआ हवा चलने से कनकनी भरी गलन वाली ठंड का अहसाश हुआ. घने कोहरे के कारण विजिब्लिटी कम रही. सुबह में महज 20 फीट तक देखना बेमुश्किल रहा.
कड़ाके की ठंड व शीतलहर से बाजार प्रभावित, व्यवसायी कर रहे ग्राहक का इंतजार
पिछले तीन दिनों से जिला भीषण ठंड की चपेट में है. शीतलहर का असर अब बाजार और कारोबार पर दिखने लगा है. हीटर, ऊलेन कपड़े एवं दवा से संबंधित कारोबार को छोड़कर प्राय सभी में 40 फीसदी तक की गिरावट बतायी जा रही है. फिलहाल स्थिती यह है कि लगन के दिन आ गये हैं और इसके बावजूद न तो लहंगा-साड़ी की दुकानों में भीड़ बढ़ी है और न ही रेडीमेड सूट एवं कपड़ों की दुकानों में भीड़ नजर आ रही है.शीतलहर के कारण सुबह 11 बजे के बाद दुकानें खुल रही है. जहां तक ग्राहकों की बात है तो दोपहर 12 बजे से शाम 5-6 के बीच कुछ ग्राहक किसी तरह आ जाते है. शाम छह बजे के बाद बाजार से ग्राहक लगभग गायब हो जाते है. शाम सात बजे के बाद तो लगभग सन्नाटा पसर जाता है. रेडीमेड गारमेंट के कारोबारी ने बताया कि शादी का लग्न शुरू हो रहा है. इससे पहले ही खरीदारी तेज हो जाती थी पर इस बार ठंड और शीतलहर के कारण बिक्री पर आफत आ गई है. लोग घर से निकल ही नहीं पाते और फिर इधर शीतलहर किे कारण बाजार में ग्राहकों की संख्या और कम हो गई है. इधर सोना-चांदी दुकानों में भी ठंड का काफी असर देखने को मिल रहा है. वैसे दुकानदारों का कहना है कि खरमास में वैसे भी आभूषण की बिक्री कम हो जाती है लेकिन इस समय थोड़ी बहत जो बिक्री होती थी वह ठंड के कारण कम हो गयी है.
सैलून में भी कम हो गये हैं ग्राहकशीतलहर के कारण सैलून में भी ग्राहकों की संख्या काफी कम हो गयी है. शीतलहर के कारण लोग न तो बाल बनवा रहे है न ही दाढ़ी. और तो और जिनके बाल सफेद हो गए है वे भी ठंड के कारण न तो बालों को डाई करा रहे है और न ही चेहरे पर मसाज कराने सैलून जा रहे है. दुकानदारों की माने तो हर साल जाड़े में कारोबार पर थोड़ा बहुत असर पड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है