जैव विविधता समितियों का सम्मेलन 25 को
पेड़ पौधों के साथ जलीय व प्राकृतिक वन क्षेत्रों का डाटा अब पंचायतों में ही मिलेगा. पेड़ पौधों से कितनी आमदनी पंचायतों में हुई,इसका भी लेखा-जोखा रहेगा.
मोतिहारी. पेड़ पौधों के साथ जलीय व प्राकृतिक वन क्षेत्रों का डाटा अब पंचायतों में ही मिलेगा. पेड़ पौधों से कितनी आमदनी पंचायतों में हुई,इसका भी लेखा-जोखा रहेगा.वन विभाग इसके लिए पूरी रणनीति बना काम करना प्रारंभ कर दिया है.जिला,प्रखंड व पंचायत स्तर पर जैव विविधता कमेटी गठित कर दी गयी है और कमेटियों का सम्मेलन 25 जून को होगा. वन एवं जल वायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इसकी जानकारी वन विभाग के क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक मुजफ्फरपुर अभय कुमार द्विवेदी ने शनिवार को विभाग के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी. कहा कि सम्मेलन में प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन प्रमंडल पदाधिकारी,पंचायती राज पदाधिकारी भी शामिल होंगे. कहा कि सम्मेलन में जैव विविधता प्रबंध समितियों को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. जैव विविधता संरक्षण के हितों को धरातल पर उतारने के लिए प्रेरित किया जाएगा. कहा कि पंचायतों की व्यवस्था में और सुधार होगा और पेड़ पोधों के साथ अन्य प्राकृतिक संरचनाएं मजबूत होंगी. पंचायतों में मुखिया की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी है और पूरी कार्ययोजना तैयार कर उसे धरातल पर उतारने की भरपूर कोशिश की जा रही है.
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