बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर मोतिहारी डीएम ने पदाधिकारियों को कह दीं ये बातें, मची हलचल
एइएस से प्रभावित बच्चों के इलाज में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. स्थानीय राधाकृष्णनन भवन में रविवार को डीएम सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक में उक्त बातें कहीं.
मोतिहारी. एइएस से प्रभावित बच्चों के इलाज में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. स्थानीय राधाकृष्णनन भवन में रविवार को डीएम सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक में उक्त बातें कहीं. डीएम ने कहा कि जिले में गर्मी बढ़ने पर एइएस, चमकी के मामले देखे जाते हैं. यह बच्चों की एक गंभीर जानलेवा बीमारी है, जिसमें तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है. इलाज में देरी या व्यवस्था में कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डीएम ने आदेश दिया कि जिले के साथ पीएचसी का भी कंट्रोल रूम पूरी तरह से सक्रिय होना चाहिए. अस्पताल में बेड, दवाएं, एंबुलेंस के साथ-साथ चिकित्सक 24 घंटे उपलब्ध रहे. वहीं संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एवं स्वास्थ्यकर्मियों को उन्हें चौपाल लगाकर जागरूक करने का निर्देश दिया. आशा कार्यकर्ताओं एवं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को पारासीटामोल एवं ओआरएस का कीट उपलब्ध कराने तथा वितरण से संबंधित प्रखंडवार रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया. डीएम ने जिलास्तर पर गठित कंट्रोल रूम से नियमित अनुश्रवण कर सूचना प्राप्त करने तथा उससे अवगत कराने का निर्देश दिया. एइएस व जेइ के तैयारियों के संबंध में रिपोर्ट उपलब्ध कराया जिला भीबीडीसीओ डॉ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि सभी प्रखंडों में एइएस वार्ड एवं बेड को तैयार कर रखा गया है. वहीं जिले के साथ-साथ प्रखंड स्तर पर भी कंट्रोल रूम जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि एईएस, जेई को लेकर जिला नियंत्रण कक्ष का संपर्क नंबर 8544421334 जारी किया गया है. सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दो बेड के एइएस वार्ड तथा अनुमंडल स्तर पर 10 बेड के एइएस को 24 बेड तैयार करने काे कहा गया है. बैठक में उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सीएस, जिला के बीबीडीसी पदाधिकारी, प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीविका सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे.