डॉ आंबेडकर का पत्रकारिता में अद्वितीय योगदान : प्रो. सुनील

महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग में ''बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पत्रकारिता में सामाजिक- सांस्कृतिक चेतना'' विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | April 22, 2024 9:42 PM

मोतिहारी.महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग में ””बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पत्रकारिता में सामाजिक- सांस्कृतिक चेतना”” विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित हुई. कार्यक्रम के संरक्षक एमजीसीयूबी के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव थे. मुख्य वक्ता प्रो.सुनील महावर, अधिष्ठाता सामाजिक विज्ञान संकाय, विशिष्ट वक्ता नीतीश कश्यप , आरएसएस के विभाग प्रचारक, चंपारण थे. अध्यक्षता डॉ. अंजनी कुमार झा, विभागाध्यक्ष मीडिया अध्ययन विभाग तथा संयोजक व संचालक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र थे.बतौर मुख्य वक्ता प्रो. महावर ने कहा कि देश की आजादी में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का योगदान गांधी जी से कम नहीं था. उनका योगदान केवल दलितों के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए था. उन्होंने समाज की तुलना जहाज से करते हुए कहा कि जिस तरह जहाज के किसी एक हिस्से में छेद हो जाता है तो पूरा जहाज डूब जाता है.कहा कि डॉ. आंबेडकर का पत्रकारिता में अद्वितीय योगदान रहा है. उनके द्वारा प्रकाशित मूकनायक, बहिष्कृत भारत , समता ,प्रबुद्ध भारत और जनता ने देश की आजादी व समाज के कल्याण में बहुत ही अहम भूमिका निभाई है. विशिष्ट वक्ता नीतीश कश्यप, विभाग ने कहा कि आंबेडकर को जानने के लिए उन्हें पढ़ना नहीं समझना जरूरी है.कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे डॉ.अंजनी कुमार झा ने कहा कि देश की आजादी में आंबेडकर का योगदान किसी अन्य सेनानी से कम नहीं था परंतु उस समय और आज के आजाद भारत में भी उनके जाति के कारण उनका बहिष्कार हो रहा है. जरूरत है कि हम इस भेदभाव को खत्म कर एक साथ आगे बढ़े. डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने डॉ. आंबेडकर की पत्रकारिता में सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना पर प्रकाश डाला.उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर का सम्पूर्ण जीवन समाज के निचले वर्गों के साथ समाज और राष्ट्र को समर्पित था.कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. शिवेंद्र सिंह तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक मनु शेखर सहित विभाग के शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे. वही कार्यक्रम में विद्यार्थी तुषाल कुमार, प्राची, विवेक गुप्ता, नीतीश कुमार, अंशिका, व सूरज श्रीवास्तव ने वक्ताओं से बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के जीवन दर्शन और पत्रकारिता में उनके योगदान को लेकर अनेक प्रश्न किए जिसका उत्तर वक्ताओं ने दिया.

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