मोतिहारी. भीषण गर्मी में सदर प्रखंड क्षेत्र की अधिकांश नदिया व अमृत सरोवर पोखरा सूख गये हैं. आलम यह है कि नदियों में धूल उड़ रहे हैं व जगह जगह स्थानीय बच्चे इन सूखी हुई नदियों में क्रीड़ा कर रहे हैं. सर्वाधिक परेशानी नदियों के सूख जाने से पशुओं को हो रही है. पशुपालक बच्चा यादव, मनीष कुमार यादव सहित अन्य ने बताया कि दुधारू भैंस व गाय को नदियों के किनारे चराया जाता था. तथा उन्हीं नदियों में ये सभी पशु दो चार घंटे नहा लेते थे और पानी भी पी लेते थे, जो अभी संभव नहीं हो पा रहा है. घर पर ही प्रतिदिन नहलाना पड़ रहा है, गर्मी के कारण दूध की मात्रा भी कम हो गयी है. जिससे आय भी कम हो गया है. काफी परेशानी का सामना पशुपालकों को हो रहा है. सिरसा पंचायत के पूर्व पंसस सदस्य भूलन राम ने बताया कि सिरसा नदी कहे या मन यह लगभग लगभग चारों तरफ किनारा से सूख गया है. बीच में थोड़ा बहुत पानी है. सदर प्रखंड पीओ तरुण कुमार ने बताया कि करीब तीन साल से बारिश अपेक्षाकृत कम हुई है. जिसके कारण नदियां व झील सूख गये है. सभी प्रकार पशु व पक्षी मिलाकर करीब डेढ़ करोड़ है. आने वाले छह साल में 35 हजार 666 हेक्टेयर पानी की जरूरत इनके लिए होगी. जिसमें मनुष्य भी शामिल है. जो एक बड़ी समस्या है, इसलिए अत्यधिक बारिश का होना अत्यंत आवश्यक है. जल जीवन हरियाली योजना के तहत प्रखंड क्षेत्र के पइन, पोखर, नदियों के बांधों पर करीब दो हजार से अधिक यूनिट पौधे लगाये गये हैं और लगाया जा रहा है.
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